यहां हुआ हर्नियेटेड लंबर डिस्क का सफल उपचार
डिजिटल डेस्क, नागपुर. नीदरलैंड में पढ़ने वाली एक 22 साल की छात्रा को पिछले तीन महीने से असह्य पीठ दर्द था। धीरे-धीरे यह दर्द उसके दाहिने पैर तक पहुंच गया। उसने विदेश में इलाज कराया, लेकिन लाभ नहीं हुआ। उसने नागपुर अपने गृहनगर में लौटने का निर्णय लिया। नागपुर में उसने किम्स-किंग्सवे अस्पताल में जांच करवाई। आर्थोपेडिक ओपीडी और स्पाइन क्लिनिक में जांच के बाद उसका नियमित उपचार शुरू किया गया। सर्जरी के बाद सामान्य होने पर उसे छुट्टी दी गई। न्यूरोसर्जन डॉ. शैलेश केलकर के अनुसार छात्रा फिटनेस के लिए व्यायाम करती है। व्यायाम करते समय उसकी पीठ में दर्द होने लगा था। उसने एम्स्टर्डम में सामान्य चिकित्सकों व फिजियोथेरेपिस्ट से उपचार करवाया था, लेकिन डॉक्टर उसके दर्द के असल कारणों तक नहीं पहुंचे। इसलिए उसकी जांच तक नहीं की गई थी। डॉ. केलकर के अनुसार गहन जांच में पता चला कि छात्रा को हर्नियेटेड लंबर डिस्क था। जब तक कोई सलाह देने वाला नहीं होता, तब तक इसकी जांच के बारे में कोई नहीं सोचता। पश्चिमी देशों में ऐसा ही होता है। हर्नियेटेड लंबर डिस्क का उपचार महंगा है। इसमें छह सप्ताह की फिजियोथेरेपी जरूरी है।
Created On :   28 Jan 2023 4:24 PM IST