सैंडआर्ट : पुरी में सुदर्शन पटनायक ने रेत पर बनाई भगवान जगन्नाथ की कलाकृति

सैंडआर्ट : पुरी में सुदर्शन पटनायक ने रेत पर बनाई भगवान जगन्नाथ की कलाकृति

डिजिटल डेस्क, ओडिशा। जगन्नाथ रथ यात्रा भारत के सबसे बड़े और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। इसके के चलते ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में आज भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली जा रही है। अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोने की झाड़ू लगाकर सुबह सात बजे रथयात्रा को रवाना कर दिया है। हजारों भक्त यात्रा प्रक्रिया में भाग ले रहे है। वहीं भक्त भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद लेने पुरी के जगन्नाथ मंदिर भी पहुंच रहे है। इस दिन को विश्व प्रख्यात रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने भी खास बना दिया। 

 

 

सुदर्शन पटनायक ने पूरी बीच पर रेत की कलाकृति से भगवान जगन्नाथ का रथ तैयार किया है। रेत से भगवान जगन्नाथ की आकृति के साथ ही तीन रथ भी तैयार किए गए है। उनकी ये कलाकृति बेहद ही आकर्षित लग रही है। 

 

 

सुदर्शन पटनायक हर साल रथयात्रा से संबंधित कलाकृति बनाते है। इससे पहले सुदर्शन पटनायक ने पुरी तट पर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए करीब 100 रथ बनाए थे। पटनायक और उनकी टीम ने इन 100 आकृतियों को  3 दिन 20 घंटे में बनाया था। 

 

 

पद्म श्री से सम्मानित पटनायक ने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया है। वह हर साल रथयात्रा से संबंधित कलाकृति बनाते हैं। 

 

 

इस यात्रा का विशेष महत्व 

साल में एक बार निकलने वाली इस रथ यात्रा का देश और दुनिया के लिए विशेष महत्व है। चार धाम में से एक माना जाने वाला भगवान जगन्नाथ का मंदिर ओडिशा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित हैं। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ के साथ ही भगवान बलराम और देवी सुभद्रा की मूर्ति है जो कि विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। पुरी के मंदिर का यह भव्य रूप 7वीं सदी में निर्मित किया गया।  भारत के चार पवित्र धामों में से एक पुरी के 800 साल पुराने मुख्य मंदिर में योगेश्वर श्रीकृष्ण जगन्नाथ रूप में विराजते हैं।

 

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Created On :   14 July 2018 2:54 AM GMT

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