यूपी में पराली जलाने से रोकने के लिए गन्ना किसानों को डीकंपोजर मिला

Sugarcane farmers get decomposer to stop stubble burning in UP
यूपी में पराली जलाने से रोकने के लिए गन्ना किसानों को डीकंपोजर मिला
उत्तर प्रदेश यूपी में पराली जलाने से रोकने के लिए गन्ना किसानों को डीकंपोजर मिला

डिजिटल डेस्क, पीलीभीत। उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना विभाग ने पीलीभीत के गन्ना उत्पादकों को खेतों में सूखे गन्ने के पत्तों को जलाने से रोकने के लिए डीकंपोजर पदार्थों का वितरण शुरू कर दिया है। यूपी काउंसिल ऑफ गन्ना रिसर्च (यूपीसीएसआर) और कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के वैज्ञानिक भी किसानों के साथ फसल अवशेषों को सड़ाने की वैज्ञानिक पद्धति साझा कर रहे हैं।

जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा, विभाग ने जिले के प्रत्येक गन्ना उत्पादक को डीकंपोजर की एक इकाई मुफ्त में प्रदान की। इससे न केवल वायु प्रदूषण में काफी हद तक कमी आएगी, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी। पीलीभीत में केवीके के प्लांट फिजियोलॉजिस्ट डॉ. शैलेंद्र सिंह ढाका ने कहा कि डीकंपोजर के प्रयोग के बाद सूखी पत्तियों को 10 से 12 दिनों के भीतर खाद में बदल दिया जाता है, जो नाइट्रोजन, पोटाश, फास्फोरस और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो शरीर के लिए आवश्यक हैं।

(आईएएनएस)

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Created On :   27 Nov 2022 9:31 AM GMT

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