नागरिकों से मांगा सुझाव

Suggestions sought from citizens regarding public transport system
नागरिकों से मांगा सुझाव
सार्वनजिक यातायात व्यवस्था को लेकर नागरिकों से मांगा सुझाव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जब आप किसी जीवन रक्षक प्रणाली से खिलवाड़ करते हैं, तो आप सिर्फ उस प्रणाली से नहीं, बल्कि किसी की जिंदगी से भी खिलवाड़ कर रहे होते हैं। जी हां एम्बुलेंस के लिए जारी 108 नंबर के साथ भी शहर में कुछ शरारती तत्व खिलवाड़ कर रहे हैं, जिससे बेवजह एम्बुलेंस के दौड़ने के कारण जरूररतमंद मरीज तक एम्बुलेंस सेवा नहीं पहुंच पा रही है और उसके समय के साथ-साथ ईंधन की बर्बादी भी हो रही है। अगस्त 2020 से जुलाई 2021 तक हेल्पलाइन नंबर 108 पर  304066 बार फेक कॉल्स किए जा चुके हैं। ये कॉल्स दिनभर आते रहते हैं, जिससे एम्बुलेंस कर्मचारियों को परेशानी उठानी पड़ती है। उन्हें बेवजह इधर-उधर भटकना पड़ता है।

दी गई हिदायत

नंदनवन से एक व्यक्ति शराब के नशे में तीन-चार बार 108 नंबर पर कॉल कर कहा कि यहां पर एक्सिडेंट हो गया है, जल्दी एम्बुलेंस भेज दीजिए। जब एम्बुलेंस पहुंची, तो वहां कुछ नहीं मिला। तीन-चार बार ऐसा होने के बाद उसका नंबर ट्रेस कर उसे हिदायत दी गई कि अब इस तरह कॉल किया, तो पुलिस में शिकायत की जाएगी। 

मौके पर पहुंचने पर पता चलता है गलत सूचना है

मानकापुर से 108 पर एम्बुलेंस के लिए किसी ने फोन किया और बताया कि वहां दुर्घटना हो गई है। जब एम्बुलेंस वाले मौके पर पहुंचे, तो लोगों ने बताया कि एक जानवर का एक्सिडेंट हो गया है। तब एम्बुलेंस चालक ने बताया कि एम्बुलेंस सर्विस इंसानों के लिए है, जानवरों के लिए नहीं। जानवरों के लिए अलग नंबर की व्यवस्था की गई है।

जरूरतमंदों को नहीं मिल पाती है मदद

फेक कॉलर्स के कारण कॉल सेंटर में कर्मचारी जरूरी कॉल भी अटेंड नहीं कर पाते हैं। फेक कॉल के कारण बिना कारण ही एम्बुलेंस 30-40 किलोमीटर घूमती है, जिससे ईंधन के साथ-साथ समय की भी बर्बादी होती है। फेक कॉल के कारण कई बार जरूरतमंदों को भी मदद नहीं मिल पाती है, यहां तक कि इससे परेशान होकर कई बार कॉल सेंटर वाले भी फोन नहीं उठाते हैं। 

यह रहते हैं कारण

108 नंबर पर फोन करके कॉलर कहते हैं कि हमारे पास घर जाने के लिए साधन नहीं है, हमें घर छोड़ दें। 
लोग शराब पीकर भी बिना कारण कॉल करते हैं। इसमें गलत जानकारी देकर एम्बुलेंस बुलाते हैं। 
कुछ शरारती तत्व मनोरंजन और परेशान करने के लिए इस तरह के कॉल करते हैं।

जान जोखिम में पड़ सकती है

प्रशांत घाटे, जोनल मैनेजर महाराष्ट्र इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेस के मुताबिक लोगों से गुजारिश है कि इमरजेंसी सेवाओं पर बेवजह फोन न करें। सर्विस फ्री है, इसलिए इसका नाजायज फायदा न उठाएं। गैर-जरूरी फोन कॉल से जरूरतमंद इमरजेंसी सेवा से महरूम हो सकते हैं। इससे मरीज की जान जोखिम में पड़ सकती है। 108 नंबर को पुलिस और फायर से भी अटैच कर दिया गया है। 

सार्वजनिक यातायात व्यवस्था का स्मार्ट सिटी और मनपा करेंगी सर्वेक्षण

शहर में मौजूदा सार्वजनिक यातायात व्यवस्था और उसे बेहतर करने के संंबंध में सर्वेक्षण किया जाएगा। महानगरपालिका और स्मार्ट एंड सस्टेनेबल सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड संयुक्त रूप से इस दिशा में काम करेंगी। केंद्र सरकार के गृहनिर्माण व शहरी विकास मंत्रालय तथा स्मार्ट सिटी मिशन की ओर से देशभर में ट्रांसपोर्ट फॉर ऑल डिजिटल इनोवेशन उपक्रम चलाया जाएगा। स्मार्ट सिटी नागरिकों से संवाद साधकर जानकारी का संकलन करेगी।

भारत सरकार की पहल

महामेट्रो के माध्यम से मेट्रो रेल सेवा चलाई जा रही है। महानगरपालिका अापली बस सेवा का संचालन कर रही है। नागरिकों को अधिक सुलभ सेवा उपलब्ध कराने के लिए यह सर्वेक्षण होगा। सार्वजनिक यातायात व्यवस्था में सुधार की उपाययोजना कर नागरिकों को सुविधाजनक सेवा उपलब्ध कराने की भारत सरकार ने पहल की है। सर्वेक्षण के माध्यम से स्मार्ट सिटी के प्रतिनिधि नागरिकों से संवाद साधकर यातायात का अभ्यास करेंगे। नागरिकों के प्रतिसाद से यातायात सुरक्षित, सस्ती और अधिक विश्वसनीय बनाने में मदद मिलेगी। सर्वेक्षण में इसाफ लिवेबल सिटी प्रोजेक्ट तथा तिरपुड़े कॉलेज आॅफ सोशल वर्क के प्रतिनिधि का सहयोग रहेगा।

शहर में 15 लाख वाहन

शहर की सड़कों पर लगभग 15 लाख वाहन दौड़ते हैं। दोपहिया और चार पहिया वाहनों की संख्या अधिक हैं। समय रहते वाहनों की संख्या नियंत्रण में नहीं आने पर भविष्य में अनेक संकटों का सामना करना पड़ सकता है। उसे नियंत्रण में रखने के लिए सार्वजनिक यातायात को बढ़ावा दिया जा रहा है।

वायु प्रदूषण कम करने की दिशा में शुरू की गई पहल

शहर में ई-वाहनों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। महापौर ने कहा कि नागरिकों ने सर्वेक्षण में अपनी भावना व्यक्त करने पर उपलब्ध सेवा में सुधार किया जा सकता है। नागरिकों ने सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करने पर वायु प्रदूषण कम होगा। ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। महानगरपालिक और स्मार्ट सिटी ने इसकी पहल की है।

Created On :   12 Aug 2021 5:21 PM IST

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