पशुओं के लिए बनेगा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल

Super specialty hospital to be built for animals
पशुओं के लिए बनेगा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल
केदार की घोषणा पशुओं के लिए बनेगा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल

डिजिटल डेस्क, नागपुर. सरकारी व निजी पशु चिकित्सकों को एक कर जानवरों के उपचार के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। नागपुर में अत्याधुनिक सुविधायुक्त पशु चिकित्सा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शुरू किया जाएगा। यह घोषणा रविवार को पशुसंवर्धन, दुग्ध विकास व युवक कल्याण व क्रीड़ा मंत्री सुनील केदार ने की है। उन्होंने कहा कि विदर्भ के पशु धन को विश्व स्तर की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए पशु चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इसके लिए सरकारी व निजी पशु चिकित्सकों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने इस संबंध में जरूरी प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश उपस्थितों को दिया। रविवार को वेटरनरी क्लिनिक कॉम्प्लेक्स में विशेषज्ञ, प्राध्यापक व पशु चिकित्सकों का विचार मंथन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 

प्रस्ताव देने का निर्देश

कार्यक्रम में महाराष्ट्र पशु विज्ञान मत्स्य विद्यापीठ के अधिष्ठाता डॉ. आशीष पातुरकर समेत पशु चिकित्सा क्षेत्र से संबंधित सभी चिकित्सक उपस्थित थे। इस अवसर पर सह आयुक्त शीतल कुमार मुकणे ने पुणे के प्रस्तावित अस्पताल का प्रात्याक्षिक दिखाया। उपराजधानी में भी मुंबई-पुणे की तर्ज पर पशु चिकित्सा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनाने के लिए प्रस्ताव देने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया। इस दौरान मनुष्य बल को लेकर सवाल उठाए गए। इस पर जिले के सभी पशु चिकित्सकों से समन्वय साधकर उन्हें इसके साथ जोड़ने की सलाह दी गई। कहा गया कि वर्तमान में उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ जानवरों को मिलना चाहिए। किसानों के गोधन को सुरक्षित व स्वस्थ रखना, किसानों को पूरक व्यवसाय से जोड़ना आदि कार्य होने चाहिए।

दूध की क्षमता कम होने पर जताई चिंता

पशु चिकित्सा का विचार करते समय दीर्घकालीन उपाय योजना करने की आवश्यकता है, इसलिए एक अत्याधुनिक सुविधायुक्त सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का होना जरूरी है। उन्होंने महाराष्ट्र पशु विज्ञान व मत्स्य विद्यापीठ को नेतृत्व करने का निर्देश दिया। पिछले कुछ सालों में कुछ प्रजातियों के जानवरों में दूध की क्षमता कम होने को लेकर मंत्री केदार ने चिंता व्यक्त की। इसके कारणों का अध्ययन कर पता लगाने को कहा गया। कृत्रिम रेतन के संबंध में संशोधन करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम में प्रादेशिक पशु संवर्धन अधिकारी डॉ. बी. आर. रामटेके, डॉ. अनिल कुरकुरे, डॉ. आखरे, डॉ. गावंडे, डॉ. महल्ले, डॉ. युवराज केने उपस्थित थे। 
 

Created On :   6 Jun 2022 5:52 PM IST

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