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सुशांत राजपूत ने आत्महत्या की या हत्या हुई, सीबीआई को करना चाहिए खुलासा - देशमुख
डिजिटल डेस्क, नागपुर। फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु प्रकरण की अनसुलझी गुत्थी के बारे में हर नागरिक यह जानने का इच्छुक है कि आखिर सुशांत सिंह राजपूत के साथ क्या हुआ था। इस मामले को लेकर लोग मुझसे से सवाल करते रहते हैं। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। चार माह से अधिक समय हो चुका है। उन्होंने कहा कि वह मीडिया के माध्यम से सीबीआई द्वारा की जा रही सुशांतसिंह राजपूत की मृत्यु प्रकरण का अब खुलासा करने की मांग कर रहे हैं। अब सीबीआई को इस बात का खुलासा कर देना चाहिए कि आखिर सुशांतसिंह राजपूत की मौत कैसे हुई। क्या उसने आत्महत्या की थी या फिर उसकी हत्या की गई। गृहमंत्री अनिल देशमुख रविवार को सिविल लाइंस नागपुर स्थित पुलिस जिमखाना में आयोजित पत्र परिषद में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के मामले की जांच को लेकर उनसे कई बार सवाल किए जा चुके हैं। उन्होंने सीबीआई से गुजारिश करते हुए कहा कि उनकी रिपोर्ट आने के बाद इस मामले की क्लोजर रिपोर्ट भेजने में आसानी होगी। हर कोई सच जानना चाहता है कि आखिर सुशांतसिंह राजपूत की मौत प्रकरण का सच क्या है।
बिना किसी डर के चुनाव लडें
आनेवाले समय में गडचिरोली में ग्राम पंचायत का चुनाव होने जा रहा है। इस क्षेत्र के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नामांकन भरनेवाले उम्मीदवारों को डर सता रहा है। वह नामांकन व चुनाव को लेकर काफी डरे और सहमे हैं। यह प्रश्न पूछे जाने पर देशमुख्र ने कहा कि बिना किसी डर के चुनाव लडने के लिए नामांकन भरे। निडर होकर नामांकन भरे और मतदान भी करें। हर चुनाव क्षेत्र में बंदोबस्त तो रहता है और जरुरत पडी तो और बंदोबस्त बढाया जाएगा। इसलिए चुनाव कोई भी उससे डरने की जरुरत नहीं है। यह हर नागरिक का अधिकार है।
17 हजार कैदी जेल से छोड़नेवाले थे
कोरोना संक्रमण के दौरान जेल से करीब 17 हजार कैदियों को छोडनेवाले थे, लेकिन जेल से छूटनेवाले कैदियों ने बाहर आकर अपराध करना शुरू कर दिया था। हालांकि तब तक करीब 11 हजार कैदियों को जेल से छोडा जा चुका था। अब इन कैदियों को धरपकड की ओर ध्यान दिया जाएगा। कुछ कैदी वापस भी आ रहे हैं।
नागपुर में 15 प्रतिशत अपराध कम
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष नागपुर में अपराध में करीब 15 प्रतिशत कमी आई है। यह पुलिस की कार्यकुशलता के बदौलत संभव हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में मीडिया के माध्यम से पता चला कि एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश में क्राइम के मामले में पटना के बाद नागपुर का दूसरा स्थान है। एनसीआरबी ने जिस क्राइम रिपोर्ट के आधार पर नागपुर को अपराध के मामले में नंबर 2 बताया है, शायद कुछ गलती से बता दिया गया है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो जिस रिपोर्ट के आधार पर नागपुर को देश में अपराध के मामले में दूसरे नंबर पर बता रहा है। दरअसल वह रिपोर्ट वर्ष 2019 की है। उस समय तो महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार थी और देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे और गृहमंत्री का पद भी उनके ही पास था। देशमुख ने कहा कि वर्ष 2019 में जहां नागपुर में कुल 7734 अपराध दर्ज हुए थे, वहीं वर्ष 2020 में नागपुर शहर में अभी तक कुल 6191 अपराध दर्ज हुए हैं। उन्होंने कहा कि वह शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की कार्यकुशलता और उनके नेतृत्व में हो रहे कार्य से संतुष्ट हैं। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि नागपुर शहर पुलिस विभाग के अधिकारी- कर्मचारी आगे भी ऐसा ही बेहतर कार्य करते रहेंगे।
नागपुर में पुलिस मुख्यालय बनेगा
अनिल देशमुख ने कहा कि नागपुर में भी पुलिस मुख्यालय बनेगा। इस पर मंथन शुरू है। उन्होंने नागपुर पुलिस को 1 हजार पुलिस बॉडी कैमरे दिए जाएंगे, जिसमें 200 कैमरे प्राथमिक स्तर जल्द दिए जाएंगे। कोरोना संक्रमण की बात किसी से छिपी नहीं है।इसलिए लापरवाही न बरते सावधानी बरत करें चलें। राज्स में जल्द ही पुलिस भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। करीब 12500 पुलिस जवानों की भर्ती की जाएगी। यह भर्ती मराठा आंदोलन के चलते रुक गई थी।
एक नजर इस पर भी
- घटना वर्ष 2019 वर्ष 2020
- हत्या 90 88
- डकैती 15 19
- चेन स्नैचिंग 56 21
- दुष्कर्म 163 152
- अपहरण 536 320
- वाहन चोरी 1384 1120
- आर्म एक्ट 486 562
Created On :   27 Dec 2020 6:17 PM IST