स्वच्छता सर्वेक्षण : नंबर वन की दौड़ शुरू, पहले दिन डॉक्यूमेंटेशन देखा

Swachh Survekshan 2018: Competition start for number one
स्वच्छता सर्वेक्षण : नंबर वन की दौड़ शुरू, पहले दिन डॉक्यूमेंटेशन देखा
स्वच्छता सर्वेक्षण : नंबर वन की दौड़ शुरू, पहले दिन डॉक्यूमेंटेशन देखा

डिजिटल डेस्क शहडोल । शहडोल नगर कितना स्वच्छ है, यह देखने के लिए सोमवार को स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के दो सदस्य शहर पहुंचे। उन्होंने पहले दिन नगर पालिका कार्यालय में बैठकर डॉक्यूमेंटेशन देखा। टीम तीन दिन रुकेगी। नपा की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने टीम के सदस्य मंगलवार को सुबह चिन्हित प्वाइंटों पर जाएंगे। बुधवार को सर्वे टीम वापस लौट जाएगी।
   कार्वी की टीम के सदस्य सुबह करीब 11 बजे शहडोल पहुंचे। दोनों को भोपाल का बताया जा रहा है। दोनों अपने वाहन से यहां आए हैं। आने के साथ ही उन्होंने फाइलें बुलवाईं। इसमें कुछ गड़बडिय़ां थीं, किसी में तारीख सही नहीं पड़ी तो कुछ फाइलें सीरीज में नहीं जमी थीं। इन्हें उन्होंने सही करने के लिए कहा। इसके बाद वे लंच के लिए निकल गए। वहां से आने के बाद बंद कमरे में फाइलों को देखा। उन्होंने साफ-सफाई से जुड़ी तैयारियों की फाइलें देर शाम तक पलटाईं। इस दौरान दस्तावेजों की जांच की। इसके बाद डॉक्यूमेंट को स्कैन कर दिल्ली भेजा। दरअसल पूरा स्वच्छता सर्वेक्षण सरकार की ओर से तय मापदंड के आधार पर ही किया जा रहा है। जो मापदंड तय किए गए हैं, टीम उन्हीं के आधार पर जांच करती है।
इन फाइलों को टीम ने देखा
डॉक्यूमेंटेशन में टीम ने गाडिय़ों के रजिस्ट्रेशन से जुड़े कागजात, नगर पालिका में छोटी-बड़ी मिलाकर कुल कितनी गाडिय़ां हैं, कितने में जीपीएस सिस्टम लगे हैं। जीपीएस लगे हैं, तो कब लगाए गए। किससे लिया गया, उसके कागजता। कितने कर्मचारी कार्यरत हैं। उनकी उपस्थिति बायोमेट्रिक अटेंडेंस से लगती है या नहीं। कर्मचारियों को ड्रेस कब दिए गए। इन सभी के कागजात टीम ने देखे। उनका स्क्रीन शॉट भी देखा। इसके अलावा शहर के शौचालय में आईसीटी सिस्टम कब लगाया गया। किसने इंस्टॉल किया, इसके पूरी जानकारी। डस्टबिन शहर में कहां-कहां लगाए गए हैं, कुल कितने डस्टबिन लगे हैं। इनकी खरीदीदारी कब की गई थी। इनसे जुड़ी फाइलें टीम ने देखीं।
 सफाई की असल परीक्षा
अगले दो दिन टीम शहर में घूमकर सफाई व्यवस्था का जायजा लेगी तथा लोगों से चर्चा की जाएगी। इसमें पालिका की व्यवस्था पर फीडबैक लिया जा सकता है। टीम कब कहां जाएगी, इसका उन्हें भी पता नहीं होता है। इसके निर्देश दिल्ली से मिलते हैं और टीम वहां के लिए निकल जाती है। यहां लोगों से सफाई व्यवस्था को लेकर बातचीत की जाती है। इसके अलावा स्कूल, होटल, रेस्टोरेंट आदि जगहों में भी टीम जा सकती है। यहां स्कूल के शिक्षकों से सफाई व्यवस्था को लेकर बात की जाएगी। पब्लिक फीडबैक के लिए भी फार्मेट तय हैं। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हो रहा है कि नहीं, आप सफाई व्यवस्था से कितने संतुष्ट हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार सफाई कैसी है आदि सवाल पूछे जाते हैं।
हमारी पूरी टीम लगी है, लोगों का सहयोग जरूरी
नपा अधिकारी वीएस चतुर्वेदी ने बताया कि शहर की रोजाना सफाई की जाती है। हमारी कोशिश शहर की अच्छी रैंकिग लाने की है। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में कहीं कोई कमी नहीं है। नियमित रूप से कचरा उठ रहा है। शहर में अभी लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता नहीं है। प्रतिदिन कर्मचारियों द्वारा अभियान चला कर सफाई की जा रही है। सभी 39 वार्डों को 10 जोन में बांटकर सफाई कराई जा रही है। अधिकारी भी सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। अगर लोगों का सहयोग मिले तो स्थिति और भी बेहतर हो सकती है।

 

Created On :   27 Feb 2018 8:10 AM GMT

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