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तीसरी लहर से बच्चों को बचाएगी टास्क फोर्स, ग्राम पंचायत स्तर पर खोले जाएंगे कोविड केयर सेंटर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका विशेषज्ञों ने व्यक्त की है। इसको लेकर नागपुर विभागीय आयुक्त डॉ. संजीव कुमार ने बालरोग विशेषज्ञों की टास्क फोर्स तैयार की है, जिसकी बुधवार शाम को बैठक उपसंचालक कार्यालय में हुई। बैठक में टास्क फोर्स के सदस्यों ने तीसरी लहर में संक्रमित होने वाले बच्चों का किस पद्धति से उपचार किया जाए, कौन सी दवाई दी जाए, घर पर अभिभावक और अस्पतालों में डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को किस तरह कार्य करना है, इस पर चर्चा की गई। बैठक में उपसंचालक डॉ. संजय जैस्वाल, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. उदय बोधनकर, मेडिकल के पूर्व डीन अभिमन्यु निस्वाडे, डॉ. सतीश पुजारी, डॉ. दीप्ति जैन, डॉ. मीनाक्षी गिरीश, डॉ. विनिता जैन, डॉ. चंद्रकांत बोकडे आदि उपस्थित रहे।
तीन समूह में उपचार व्यवस्था करनी होगी
बैठक में टास्क फोर्स ने तीसरी लहर में शहर, ग्रामीण और गांव इस तरह तीन समूह में बच्चों के उपचार की व्यवस्था करने की बात कही। माइल्ड, सामान्य, गंभीर और अति गंभीर बच्चों का इलाज किस तरह करना है, क्या जांच करना है और कब भर्ती करना है, इस विषय पर चर्चा हुई। इसके साथ ही तीसरी लहर के लिए पीडियाट्रिक कोविड वार्ड बनाकर डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने संबंधी विषयों पर भी मंथन हुआ।
85% बच्चे कम लक्षण के रह सकते हैं
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, तीसरी लहर में 100 संक्रमित बच्चों में से 85 प्रतिशत बच्चे कम लक्षण के, 10 प्रतिशत अधिक लक्षण और 5 प्रतिशत बच्चे गंभीर स्थिति के रह सकते हैं। माता-पिता को कम लक्षण वाले बच्चों का होम आइसोलेशन में ध्यान रखना होगा। बच्चों को कौन सी दवा देनी चाहिए, इस विषय पर जल्द ही टास्क फोर्स रिपोर्ट तैयार कर विभागीय आयुक्त को सौंपेगी।
45 प्लस का वैक्सीनेशन जारी
राज्य सरकार के निर्देशानुसार गुरुवार 27 मई को शहर के सभी सेंटर पर कोविड वैक्सीनेशन जारी रहेगा। कोविशील्ड का पहला और दूसरा डोज दिया जाएगा। वहीं, कोवैक्सीन का सिर्फ दूसरा डोज दिया जाएगा। ‘वैक्सीनेशन आपके परिसर में’ भी जारी रहेगा। ड्राइव इन वैक्सीनेशन सेंटर पर सुबह 9.30 से शाम 5 बजे तक 45 प्लस आयुवर्ग को वैक्सीन लगाई जाएगी।
यहां मिलेगी कोवैक्सीन
मेडिकल अस्पताल
बैरिस्टर राजाभाऊ खोब्रागड़े सभागृह, डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अस्पताल, सिद्धार्थ नगर
स्व. प्रभाकरराव दटके मनपा रोग निदान केंद्र महल
15वें वित्त आयोग की रकम खर्च करने सरकार की हरी झंडी
उधर ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर अब कोविड केयर सेंटर खोले जा सकेंगे। 15वें वित्त आयोग की निधि से कोविड केयर सेंटर पर खर्च करने की सरकार ने अनुमति दे दी है।
गांव में ही मिलेगा उपचार
कोविड संक्रमण ने ग्रामीण क्षेत्र को भी चपेट में ले लिया है। पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधा नहीं होने से नागरिकों को शहर भागना पड़ता है। गंभीर मरीज शहर आते-आते दम तोड़ देते हैं। उन्हें गांव में ही उपचार मिल सके, इस दृष्टि से ग्राम पंचायत स्तर पर कम से कम 30 बेड का कोविड केयर खोलने पर 15वें वित्त आयोग की निधि खर्च करने की सरकार ने अनुमति दी है। सरकार की हरी झंडी मिलने से ग्राम पंचायतों का अपने स्तर पर कोविड केयर सेंटर खोलने का रास्ता साफ हो गया है।
आर्सेनिक अल्बम-30 का वितरण
कोरोना से बचाव के लिए होमियोपैथी औषधि आर्सेनिक अल्बम-30 की ग्राम पंचायत स्तर पर खरीदी कर नागरिकों में वितरण तथा जिला परिषद को एंबुलेंस उपलब्ध कराई जा सकेगी।
कर्मचारी को 50 लाख का बीमा कवच
कोविड केयर सेंटर में सेवा देने वाले कर्मचारी को सरकार 50 लाख रुपए का बीमा कवच देगी। संक्रमित होकर मृत्यु होने पर उसके परिवार को बीमा का लाभ दिया जाएगा।
राज्य के ग्राम विकास विभाग ने दी मंजूरी
ग्राम पंचायत स्तर पर कोविड केयर सेंटर खोलने पर 15वें वित्त आयोग की निधि से 25 प्रतिशत निधि खर्च करने की राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने मंजूरी दी है। राज्य सरकार के निर्णय का कास्ट्राइब जिला परिषद कर्मचारी संगठन जिलाध्यक्ष डॉ. सोहन चवरे ने स्वागत किया है।
Created On :   27 May 2021 4:50 PM IST