नई शिक्षा नीति के अध्ययन के लिए बनी टास्क फोर्स को तीन महीने में सौंपनी होगी रिपोर्ट

Task force to study new education policy will have to submit the report in three months
नई शिक्षा नीति के अध्ययन के लिए बनी टास्क फोर्स को तीन महीने में सौंपनी होगी रिपोर्ट
नई शिक्षा नीति के अध्ययन के लिए बनी टास्क फोर्स को तीन महीने में सौंपनी होगी रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति का अध्ययन कर रिपोर्ट सौंपने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। मुंबई के श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी महिला विश्वविद्यालय (एसएनडीटी) की पूर्व कुलपति डॉ. वसुधा कामत की अध्यक्षता में बनाए गए टास्क फोर्स में शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं।

सरकार ने टास्क फोर्स को तीन महीने में रिपोर्ट सौंपने को कहा है, जबकि कुछ तात्कालिक मुद्दों पर अंतरिम रिपोर्ट प्राथमिकता से सौंपनी होगी। शुक्रवार को सरकार के उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है। टास्क फोर्स के सदस्य के रूप में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुखदेव थोरात, नागपुर के राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. विलास सपकाल, औरंगाबाद के डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रमोद येवले, मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुहास पेडणेकर, मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. राजन वेलूकर, मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. भालचंद्र मुणगेकर, आईसीटी मुंबई के पूर्व कुलपति प्रो.जी डी यादव, हिरानंदानी ग्रुप के प्रबंध निदेशक निरंजन हिरानंदानी, पुणे के मराठवाड़ा वाणिज्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. देवीदास गोल्हार, पुणे के सीओईपी के प्राध्यापक प्रा. भालचंद्र बिराजदार, पुणे के अजिंक्य डी वाई पाटील विश्वविद्यालय के अंजिक्य पाटील, मुंबई विश्वविद्यालय के सिनेट सदस्य मिलिंद साटम, मुंबई के पार्ले तिलक प्रबंधन महाविद्यालय के शिक्षा विशेषज्ञ डॉ.अमित जोशी और तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक को शामिल किया गया है। जबकि टास्क फोर्स के समनव्यक उच्च शिक्षा (पनवेल) के विभागीय सहनिदेशक डॉ. संजय जगताप बनाए गए हैं।

Created On :   18 Sep 2020 3:35 PM GMT

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