बिहार के शिक्षकों ने छुट्टी के लिए लिखा ऐसा अनोखा पत्र, पढ़कर हो जाएंगे लोटपोट, मेरी मां का तीन दिन बाद निधन होने वाला है, मुझे छुट्टी दी जाए, सोशल मीडिया पर पत्र वायरल

बिहार के शिक्षकों ने छुट्टी के लिए लिखा ऐसा अनोखा पत्र, पढ़कर हो जाएंगे लोटपोट, मेरी मां का तीन दिन बाद निधन होने वाला है, मुझे छुट्टी दी जाए, सोशल मीडिया पर पत्र वायरल
शिक्षक के अजीबोगरीब लेटर बिहार के शिक्षकों ने छुट्टी के लिए लिखा ऐसा अनोखा पत्र, पढ़कर हो जाएंगे लोटपोट, मेरी मां का तीन दिन बाद निधन होने वाला है, मुझे छुट्टी दी जाए, सोशल मीडिया पर पत्र वायरल

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के शिक्षकों का अजीबोगरीब आवेदन इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यदि किसी शिक्षक को दाह संस्कार में जाने की जरूरत पड़ जाती है, तो वो नहीं जा सकते है। दाह संस्कार में जाने के लिए उनकों तीन पहले आवेदन करना होगा। अगर बिहार में किसी शिक्षक की अचानक तबीयत खराब हो जाए तो उन्हें छुट्टी नहीं मिलेंगी। इसके लिए शिक्षक को विभाग से तीन दिन पहले छुट्टी लेना होगा, कि वे बीमार होने वाले हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि शिक्षा विभाग में शिक्षकों की ओर से लिखे गए पत्र कह रहे हैं। विभाग की ओर से जारी किए गए इस आदेश से शिक्षकों के बीच हड़कंप  मच गया है। दरअसल, शिक्षा विभाग किसी न किसी वजह से हर वक्त सुर्खियों  में बना रहता है। अब शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय उप निदेशक के एक सख्त आदेश के कारण शिक्षकों के आवेदन सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।   जिसको लोग पढ़कर लोटपोट हो जा रहे हैं।

शिक्षकों ने लिखा अजीबोगरीब पत्र

एक शिक्षक ने स्कूल विभाग के प्रमुख को लिखा, मेरी मां दिनांक 5.12.22 को मर जाएंगी, इसलिए दाह संस्कार में भाग लेने के लिए 6.12.22 से छुट्टी दी जाए। दूसरे शिक्षक ने आवेदन में लिखा कि दिनांक 4.12.22 से 5.12.22 तक बीमार रहूंगा। इसलिए इस अवधि के लिए आकस्मिक अवकाश देने की कृपा करें। वहीं, तीसरे शिक्षक ने  प्रार्थना पत्र में कहा कि 7.12.22 को एक शादी समारोह में भाग लेने के कारण पेट खराब हो जाएगा, इसलिए उस तिथि से आकस्मिक अवकाश पर रहूंगा। शिक्षकों के पत्र इन दिनों न सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा बल्कि लोग पढ़कर मजे भी ले रहे हैं।

शिक्षकों के आवेदन लिखने की वजह

शिक्षकों के आवेदन को देखकर आपकों हंसी आ रही होगी और आप सोच रहे होगें कि आखिर शिक्षक इस तरह के आवेदन क्यों लिख रहे हैं? तो इसके पीछे की बड़ी वजह है मुगेंर प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक विधा सागर सिंह की ओर से जारी किया गया आदेश पत्र है। 

पत्र के चौथे कॉलम में लिखा गया है कि आकस्मिक अवकाश में जाने के तीन दिन पहले आकस्मिक अवकाश स्वीकृत कराना अनिवार्य है, तभी कोई शिक्षक या कर्मी अवकाश पर रहेंगे। हालांकि, शिक्षक इस आदेश को विभाग को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। 

शिक्षा विभाग के अधिकारी ने कही ये बात

बिहार शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिव कुमार शर्मा ने कहा कि विभाग की तरफ जारी किए गए आदेश में किसी प्रकार की त्रुटि नहीं है, बल्कि शिक्षक इसे दूसरे रूप में ले रहे हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने आगे स्पष्ट करते हुए कहा कि आकस्मिक अवकाश का मतलब आपात स्थिति में छुट्टी लेना नहीं है। आकस्मिक अवकाश को लेकर पत्र में जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि आकस्मिक अवकाश को लेकर शिक्षकों को जो भ्रांति पैदा हो रही है, उन्हें जल्द से जल्द दूर कर दिया जाएगा।


 

Created On :   3 Dec 2022 4:44 PM GMT

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