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मोबाइल एप में दर्ज उपस्थिति से ही बनेगा शिक्षकों का वेतन, एक अप्रैल से होगा लागू
डिजिटल डेस्क शहडोल । स्कूल शिक्षा विभाग पठन, पाठन कार्य में कोताही बरतने वाले शिक्षकों पर नकेल कसने जा रहा है। एक अप्रैल से जिले के पांचों विकासखण्ड में एम शिक्षक मित्र लागू किया जा रहा है। इसके लागू होने के बाद शिक्षकों की लेटलतीफी पर लगाम लग जाएगी, क्योंकि मोबाइल एप में दर्ज उपस्थिति से ही शिक्षकों का वेतन बनेगा।
एप स्टॉल होते ही स्कूलों के डाटाबेस, शिक्षक व बच्चों की संख्या, वेतनपर्ची तथा सर्विस रिकार्ड जैसे रिकार्ड ऑनलाइन हो जाएंंगे। खासकर एक क्लिक में कहीं भी बैठकर स्कूल व शिक्षक संबंधी जानकारी देखी जा सकेगी। फरवरी के अंतिम सप्ताह में प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों को एप की बारीकी बता दी जाएगी। एप स्टॉल होने से छात्र एवं शिक्षकों की विभिन्न जटिल जानकारियां क्रमबद्ध रूप से प्रदान की जाऐगी। सभी स्कूलों की प्रोफाइल, नामांकन, शिक्षक की पदस्थापना तथा राज्य स्तर स्तर से जारी आवंटन एप में रहेगा। इसी तरह पे-स्लिप, विभागीय शिकायतों का पंजीयन, ट्रेकिंग, जारी आदेश, बच्चों से संबंधित पंजीयन, छात्रवृत्ति, सायकल वितरण संबंधी जानकारी। शिक्षक, बच्चे व अधिकारियों की उपस्थिति। सभी स्तर के कार्यालय के लिए मानीटरिंग रिपाटर्स देखी जा सकेगी।
31 मार्च तक प्रायोगिक, फिर वेरीफिकेशन
विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी कार्यालय व स्कूल में यह एप 31 मार्च तक प्रायोगिक तौर पर चलायेंगे। फिर 1 अप्रैल से इसका उपयोग वेतन जनरेट करने में होगा। इसके लिए कर्मचारियों के मोबाइल नंबर पंजीयन जरुरी होंगे। संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीसी पर पोर्टल में अपडेशन का कार्य करवाएंगे। मोबाइल एप उपयोग करने संबंधी दिशा निर्देश जनवरी के अंत तक स्पष्ट कर दिए गए हैं। मार्च और अप्रैल में प्रमाणीकरण की कार्रवाई होगी। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी अपने अधीनस्थों का वेरीफिकेशन करेंगे।
शिकायतों का होगा निराकरण
एप में विभागीय अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारियों की शिकायतों का निराकरण भी किया जायेगा। कर्मचारी स्वत्व एवं स्थापना से जुड़ी समस्या इसी एप से कर सकेंगे। बकायदा शिकायती बाक्स मेें दस्तावेज संलग्न करते हुए शिकायती क्रमांक मिलेगा। फिर इसका स्टेटस एप व पोर्टल पर देखा जा सकेगा।
दायित्व निर्वहन जरूरी
जारी आदेश के मुताबिक सर्वप्रथम शिक्षक,कर्मचारी व अधिकारी को पोर्टल में मोबाइल नंबर दर्ज कराना होगा। प्रत्येक शिक्षक की दैनिक उपस्थिति, लेटेस्ट वर्जन एप डाउनलोड, प्रथम वार लॉग इन करते समय नेट कनेक्टिविटी जरुरी, आफ लाइन उपस्थित दर्ज करने पर उसी समय उपस्थिति दर्ज होगी। समय अनिवार्य रहेगा। इसी तरह प्राचार्य, हेडमास्टर, शाला प्रभारी, बीईओ, बीआरसी, डीडीओ दायित्व निर्धारित किये गये हैं। सभी शिक्षक के नंबर पोर्टल में दर्ज हों, ई-अटेडेंस सिस्टम की जानकारी, शिक्षक, कर्मचारी के पास सहकर्मियों की उपस्थिति एप से दर्ज हो। विद्यार्थियों की दैनिक उपस्थिति, विद्यार्थियों का आगामी कक्षा में प्रमोशन तय करेंगे।
इनका कहना है
तैयारी पूरी कर ली गई है। स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार एक अप्रैल से सभी शिक्षक व कर्मचारियों के लिए एप लागू कर दिया जाएगा।
उमेश धुर्वे, जिला शिक्षाधिकारी
Created On :   20 Feb 2018 1:35 PM IST