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29 शावकों को जन्म देने वाली राजकुमारी बाघिन की मौत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। वन्यजीव प्रेमी और पर्यटकों के लिए दुख:द खबर। पेंच व्याघ्र प्रकल्प की (टी-15) ‘राजकुमारी’ यानी कॉलर वाली बाघिन की मौत हो गई। वह 17 वर्ष की थी। उसका सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया गया। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कुछ पर्यटकों ने इसे पेंच नेशनल पार्क कर्माझिरी कोर एरिया के भूरा दैत्य नाला सिताघाट के पास देखा था, तब उसका स्वास्थ्य बेहतर नहीं था। पेंच प्रबंधन एवं उपस्थित डॉक्टरों द्वारा बचाने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा था, आखिरकार उसने दम तोड़ दिया।
सुपर मॉम और पेंच की रानी कही जाती थी
बता दें कि 29 शावकों को जन्म देने का कीर्तिमान ‘राजकुमारी’ ने रचा था। जनवरी 2019 में इस बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया था। 17 वर्ष तक यह बाघिन जंगल में आकर्षण का केंद्र बनी रही। इससे पहले लिंक 7 और चुरही बाघिन भी कान्हा प्रकल्प और राजस्थान में रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में मछली बाघिन सबसे ज्यादा समय तक जीवित रही। टी-15 बाघिन ने सर्वाधिक शावकों को जन्म देकर नया कीर्तिमान रचा है। इस बाघिन को उसके रेडियो कॉलर के कारण कॉलर वाली नाम भी मिला था। इसी तरह सुपर मॉम, पेंच की रानी, माताराम आदि नाम से भी बाघिन को लोग जानते थे। कॉलर वाली बाघिन का जन्म 2005 में हुआ था। 2008 में पहली बार तीन शावकों को जन्म दिया था। मौसम के कारण उसके शावक ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह सके। इन शावकों की 24 दिन में ही मृत्यु हो गई थी। कहा जाता है कि यह बाघिन शावकों को जन्म देने के लिए गुफाओं का चयन करती थी। पेंच प्रकल्प में कॉलर लगी यह दूसरी बाघिन थी। इस बाघिन पर डेविड एटम्ब्रो ने ‘स्पाय इन द जंगल’ डॉक्युमेंट्री भी तैयार की है, जो विश्व प्रसिद्ध है। 2008 से 2019 के बीच कॉलर वाली बाघिन ने 29 शावकों को जन्म दिया। उसमें से 25 जिंदा हैं।
Created On :   17 Jan 2022 5:12 PM IST