चार बोगियों के कोयले में भड़की आग - जूझती रहीं नगर निगम की दमकलें

The fire broke out in the coal of four bogies - the fire of the municipal corporation
चार बोगियों के कोयले में भड़की आग - जूझती रहीं नगर निगम की दमकलें
चार बोगियों के कोयले में भड़की आग - जूझती रहीं नगर निगम की दमकलें

डिजिहटल डेस्क  कटनी । बिलासपुर से कोयला लेकर इटारसी जा रही मालगाड़ी की चार बोगियों में लदे कोयले में आग भड़क गई। अधिकारियों के द्वारा परदा डाले जाने से शाम तक आग मेें पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका। बताया जाता है कि सोमवार सुबह करीब चार बजे ही एनकेजे हंपगेट के पास कोयले से लदी मालगाड़ी से धुंआ उठने लगा था। इसके बावजूद अफसर और कर्मचारी परदा डालने की कोशिश में रहे। आग जब बेकाबू हो गया तो इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी और मौके पर साढ़े दस बजे पहला फायर ब्रिगेड वाहन पहुंचा। तब तक चार बोगियों से धुंआ उठने लगा था। एक के बाद एक पांच फायर ब्रिगेड वाहन पहुंचे। इसके बावजूद मालगाड़ी के अंदर कोयला रह-रह कर सुलग रही थी। अफसरों ने इसे सामान्य प्रक्रिया बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं घटित होती रहती हैं।
पांच घंटे बाद दमकल को दी सूचना
मालगाड़ी से उठते धुंआ को बुझाने के लिए पांच घंटे बाद अफसर नींद से जागे।  घटना की जानकारी कर्मचारियों द्वारा क्षेत्रीय प्रबंधक और दमकल विभाग को सूचित किया गया। सुबह लगभग साढ़े दस बजे मौके पर पहुंची दमकल ने बोगियों में पानी का छिड़काव किया। इस घटना से रेल महकमे में हड़कंप का माहौल रहा। कर्मचारियों की मानें तो कोयला यदि नीचे से सुलगा है तो इसे पूरी तरह से बुझाया जाना जरूरी है। एक के बाद एक चार बोगियों में कोयला सुगलने से  दो दमकल वाहन और मौके पर भेजे गए,  लेकिन वे भी नाकाफी रहे। रेलवे सूत्रों की मानें तो अल सुबह आई मालगाड़ी में उठ रहे धुएं की जानकारी रोलिंग परीक्षण करने वाले रेल कर्मियों ने कंट्रोल को तुरंत दे दी थी। बावजूद इसके सुबह नौ बजे के बाद जिम्मेदारों ने आग नियंत्रण के लिए प्रयास शु़रु कराए थे।
दोपहर बाद फिर भड़की आग
इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार सुबह तीन गाड़ी पानी डालने के बाद आग कम हो गई थी लेकिन दोपहर बाद एक बार फिर तेजी से बढ़ते धुएं से पुन  हड़कंप मच गया। जानकारी अनुसार रेलवे अधिकारियों ने जिला प्रशासन से भी सहयोग की अपेक्षा की थी। शाम लगभग चार बजे दो दमकल वाहन और मौके पर रवाना किए गए। रेल कर्मियों की मानें तो यदि समय रहते प्रयास शुरु किए गए होते तो इस तरह के हालात नहीं बनते। इस संबंध में जिम्मेदार रेल अधिकारी कुछ भी कहने से बचते रहे। उनके अनुसार मालगाड़ी को मेन रूट से साइडिंग में लाने समय लगा है। जबकि अलसुबह आई गाड़ी में धुएं की जानकारी मिलने के बाद भी आग पर रोक लगाने के लिए लापरवाही बरती गई। सुबह लगभग साढ़े नौ बजे दमकल वाहन पहुंच गया था। मालगाड़ी को तब तक साईडिंग में नहीं लगवाया गया था। ऐसे में सेक्शन से गुजर रही अन्य ट्रेनों में भी खतरे के हालात बने रहे।
इनका कहना है
इस तरह की घटना की जानकारी मिली है। कोयला परिवहन में पूरी तरह सेफ्टी प्रिकॉशन लिए जाते हैं। पूरी तरह समस्या समाधान के बाद ही इनकार परिचालन होता है।
-प्रियंका दीक्षित, सीपीआरओ
 

Created On :   15 Sept 2020 3:14 PM IST

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