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घुन लगे गेहूं को खपाने जांच का खेल - अनूपपुर जिले के सजहा वेयरहाउस का मामला, दोबारा की जा रही जांच
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले के सजहा वेयरहाउस में जांच के दौरान खराब मिले खाद्यान्न को खपाने के लिए जांच का खेल खेला जा रहा है। नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा खाद्यान्न वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया गया, इसके बावजूद 11 जुलाई को नान के रिटायर्ड कर्मचारी डीके श्रीवास्तव, प्रदाय केन्द्र प्रभारी सुनील कुमार गर्ग, वेयर हाउस अनूपपुर शाखा प्रबंधक प्रीति शर्मा, सहायक आपूर्ति अधिकारी वाईएस तिवारी गोदाम में जांच के लिए पहुंचे। गोदाम में रखे 18 स्टैक गेहूं की जांच व सेंपलिंग कराई गई। जांच दल द्वारा पंचनामा बनाते हुए उक्त स्कंध में गेहूं के दाने 3 प्रतिशत से 9.5 प्रतिशत घुन लगा होना तथा कुछ गेहूं की बोरियां फेयर एवरेज क्वालिटी के कारण छांट कर पुन: जांच कराते हुए पीडीएस में प्रदाय कराने की टीप दी गई है।
इससे पहले 5 जुलाई को एसडीएम सहित खाद्य विभाग के निरीक्षण व पंचनामा के बाद बनाए गए प्रतिवेदन में 16 हजार क्विंटल गेहूं एवं 873 क्विंटल चावल खाने योग्य नहीं पाया गया था। जहां हर स्टैक की इकोनॉमिक कॉस्ट निकाली गई है। जिसमें गोदाम नंबर 15 बी में स्टैक नंबर 3 में 1828 बोरियों में 914 क्विंटल का इकोनॉमिक कॉस्ट 22 लाख 85 हजार रुपए, स्टैक 4 में 2633 बोरी में वजन 1316.5 क्विंटल की इकोनॉमिक कॉस्ट 32 लाख 91 हजार 250 रुपए, स्टैक 5 में 2630 बोरी वजन 1315 क्विंटल की इकोनॉमिक कॉस्ट 32 लाख 87 हजार 500 रुपए, स्टैक 6 में 3240 बोरी वजन 1620 क्विंटल की इकोनॉमिक कॉस्ट 40 लाख 50 हजार रुपए, स्टैक 7 में 3147 बोरी वजन 1573.5 क्विंटल की इकोनॉमिक कॉस्ट 39 लाख 33 हजार 750 रुपए आई है। वहीं गोदाम नंबर 15ए के स्टैक 1 में 1746 बोरी में 873 क्विंटल चावल की 1620 क्विंटल की इकोनॉमिक कॉस्ट 26 लाख 19
हजार कुल 40 करोड़ 26 लाख 19 हजार का चावल और गेहूं सजहा गोदाम में पूरी तरह से खराब हो गया है।
इनका कहना है
मुझे सिर्फ सजहा वेयर हाउस में जांच के लिए फोन के माध्यम से सूचना मिली थी, जिसके बाद मैं वहां पहुंची। नान के रिटायर्ड कर्मचारी को सजहा गोदाम की जांच के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा कोई आदेश दिया गया है या नहीं मुझे जानकारी नहीं।
प्रीति शर्मा, शाखा प्रबंधक अनूपपुर डब्ल्यूएलएलसी
मेरे द्वारा नान के रिटायर्ड कर्मचारी से जांच के आदेश व उनका परिचय पत्र मांगा गया था। जहां उन्होंने मौखिक आदेश का हवाला दिया। जिसके बाद नागरिक आपूर्ति निगम के डीएम के निर्देशन पर जांच में पहुंचे थे।
वाइएस तिवारी, सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी
Created On :   14 July 2020 2:39 PM IST