कोरोना के विरूद्व जनआन्दोलन अभियान का शुभारम्भ सरकार करेगी एक करोड़ मास्क का वितरण जन आन्दोलन से आमजनता कोरोना संक्रमण के प्रति होगी सतर्क -विधानसभा अध्यक्ष
डिजिटल डेस्क, जयपुर। 02 अक्टूबर। कोराना संक्रमण से बचाव और कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता लाने तथा उससे आमजनता को जोड़ने के लिए कोरोना के विरूद्व जनआन्दोलन अभियान के शुभारम्भ का राज्य स्तरीय कार्यक्रम स्थानीय अल्बर्ट हॉल में शुक्रवार को आयोजित हुआ। प्रदेश में यह कार्यक्रम 31 अक्टूबर तक चलेगा। इस आन्दोलन के तहत सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आमजनता को एक करोड़ मास्क वितरित करने का लक्ष्य रखा है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी जोशी ने कहा की कोरोना के विरूद्ध जनआन्दोलन की शुरूआत मुख्यमंत्री का समसामयिक निर्णय है। विधानसभा अध्यक्ष ने कोरोना संक्रमण के काल में राज्य सरकार द्वारा राज्य मे मजबूत मेडिकल इन्फ्रास्ट्रेक्चर स्थापित करने की सराहना करते हुए कहा कि इस बार सरकार ने कोरोना के विरूद्ध जन आन्दोलन का आगाज किया है। सरकार का यह आन्दोलन किसी भी जाति, धर्म, विचारधारा या राजनीति से परे है। इससे आमजनता कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्क होगी। उन्होंने कहा कि बिना जन चेतना और जन आन्दोलन के इस महामारी से लड़ना नामुमकिन है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वायत्त शासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कोरोना के विरूद्ध इस जन आन्दोलन अभियान में सक्रिय भागीदारी निभायें खुद भी मास्क पहने, औरो को भी पहनायें। नो मास्क नो एन्ट्री को अपनायें। कोरोना से अपनी एवं अपने परिवारजनों की जान बचायें। श्री धारीवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान प्रदेश में जरूरतमंद के लिए राज्य सरकार द्वारा 4 करोड़ फूड पैकेट का वितरण, सफाई एवं अग्निशमन कर्मचारियों को रू. 1000 प्रति कर्मचारी व 1.10 लाख स्ट्रीट वेण्डर्स एवं श्रमिकों को राशि रू. 3500 प्रति लाभार्थी उपलब्ध कराये गये, स्ट्रीट वेण्डर्स को व्यवसाय पुनर्रथापित करने के लिए एक वर्ष की अवधि के लिए बैंकों के माध्यम से 7 प्रतिशत के ब्याज की छूट के साथ राशि रूपये 10,000 की ऋण राशि उपलब्ध कराने की कार्यवाही प्रारम्भ, निकायों को रू 58.60 करोड़ उपलब्ध कराये गये, नगरीय क्षेत्रों में 43.80 लाख लीटर सोडियम हाइपोक्लोराईट का छिड़काव किया गया है। जन आन्दोलन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में सरकार ने सराहनीय कार्य किये है। इस जन आन्दोलन के द्वारा जनता को सीधे कोरोना संक्रमण के विरूद्ध जोड़ा जा रहा है। डॉ. शर्मा ने कहा कि मार्च से लेकर अब तक राज्य में चिकित्सा आधारभूत सुविधाओं को काफी मजबूत किया है। मार्च में जहां राज्य में कोरोना जांच की सुविधा नहीं थी, वहीं अब राज्य में 38 स्थानों पर कोरोना की जांच की जा रही है। शीघ्र ही राज्य के अन्य 11 जिलों में भी यह टेस्टिंग शुरू हो जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना से मृत्यु दर 1.3 प्रतिशत से नीचे है तथा रिकवरी रेट 84 प्रतिशत से अधिक है। यह औसत काफी राज्यों से बेहतर है। उन्होंने कहा कि गंभीर कोरोना रोगियों के इलाज के लिए 40 हजार रूपये तक के मंहगे इंजेक्शनों के साथ, वेंटिलेटर, बेड आदि की भी व्यवस्था राज्स सरकार द्वारा की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों के साथ आमजन की सहभागिता से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है। एक माह तक अगर हम हैल्थ प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए मास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग जैसी ऎतिहात बरते तो कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सकता है। जन आन्दोलन कार्यक्रम के शुभारम्भ समारोेह को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविन्द डोटासरा ने कहा कि यह एक गैर राजनैतिक आन्दोलन है, जिसमें सभी राजनैतिक दलों तथा समाज के सभी वर्गों को शामिल करने का प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि सभी के एकजुट प्रयासों से ही कोरोना संक्रमण से बचाव होगा तथा प्रदेश दुबारा विकास की पटरी पर दौड़ेगा। इस अवसर पर परिवहन मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक मास्क ही कोरोना से बचाव का एकमात्र साधन है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस भयावह दौर में जो व्यक्ति अपनी बीमारी छिपा नहीं रहा है तथा अपना ईलाज करा रहा है। वह स्वयं तथा उसका परिवार भी सुरक्षित है। इस समय हमारा कत्र्तव्य है की हम स्वयं मास्क पहनें, दूसरों को भी मास्क पहने के लिए प्रेरित करे तथा मास्क ना पहनने वालों को टोकें।
Created On :   3 Oct 2020 1:39 PM IST