अनेक लाभ देने का वादा कर पॉलिसी बेची पर क्लेम सेटल नहीं कर रही बीमा कंपनी

The insurance company is not settling the claim, but the policy is sold by promising to give many benefits
अनेक लाभ देने का वादा कर पॉलिसी बेची पर क्लेम सेटल नहीं कर रही बीमा कंपनी
अनेक लाभ देने का वादा कर पॉलिसी बेची पर क्लेम सेटल नहीं कर रही बीमा कंपनी

डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना कवच, कोरोना रक्षक के नाम से बीमा कंपनी ने सैकड़ों की संख्या में पॉलिसी आम लोगों को बेची और बीमित हुए लोगों में दस प्रतिशत से भी कम लोग लाभ लेने में सफल हो पाए और शेष आज भी बीमा क्लेम पाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। स्टार हेल्थ, मैक्स बूपा, बजाज एलियांज हेल्थ इंश्योरेंस, केयर हेल्थ इंश्योरेंस, चोला एमएस हेल्थ इंश्योरेंस,  एचडीएफसी एर्गो जनरल हेल्थ इंश्योरेंस, मणिपालसिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस, नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस, न्यू इंडिया अश्योरेंस हेल्थ इंश्योरेंस, ओरिएण्टल हेल्थ इंश्योरेंस, रहेजा क्यूबीई हेल्थ इंश्योरेंस, रॉयल सुंदरम हेल्थ इंश्योरेंस, रिलायंस हेल्थ इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस, यूनिवर्सल सोम्पो हेल्थ इंश्योरेंस सहित अनेक कंपनियों ने लाभ देने का वादा किया लेकिन अब अनेक खामियाँ निकालकर वे क्लेम रिजेक्ट करने में लगी हुई हैं। पीडि़तों का आरोप है कि सभी बीमा कंपनियों से अब तो विश्वास ही उठ गया है कि वे कोई विपदा आ जाए तो सहयोग देंगी या नहीं। बीमा कंपनी के जिम्मेदारों ने इंश्योरेंस को लाभ का धंधा बनाकर रखा हुआ है। 
ऑनलाइन व ऑफलाइन बिल जमा करने के बाद भी कंपनी नहीं दे रही कोई भी जवाब
सोनपुर खमरिया निवासी ललित बर्मन ने बताया कि उनकी बजाज एलियांज हेल्थ इंश्योरेंस से बीमा पॉलिसी है। वे लंबे समय से उक्त पॉलिसी का संचालन करते आ रहे हैं। वे 28 अप्रैल को अचानक कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए थे और उन्हें रद्दी चौकी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। अस्पताल में इलाज के दौरान बीमा कंपनी ने कैशलेस नहीं किया। उनका उपचार 6 दिन तक चला और उन्हें दो लाख रुपए से अधिक का भुगतान अस्पताल में करना पड़ा। अस्पताल से मिले सारे बिल बीमा कंपनी में ऑनलाइन व ऑफलाइन जमा किए लेकिन बीमा कंपनी की तरफ से किसी तरह का जवाब नहीं दिया जा रहा है। पीडि़त का कहना है कि वे कई मेल कर चुके हैं और टोल-फ्री नंबर पर संपर्क भी किया लेकिन किसी तरह का जवाब बीमा कंपनी के जिम्मेदार नहीं दे रहे हैं। बीमित का आरोप है कि जानबूझकर बीमा कंपनी के अधिकारी परेशान करने में लगे हैं। पीडि़त का कहना है कि अगर जल्द निराकरण नहीं किया गया तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में अपनी शिकायत देते हुए न्याय की गुहार लगाई जाएगी। वहीं बीमा कंपनी के जिम्मेदारों से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया।

Created On :   29 July 2021 5:59 PM IST

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