वृद्धा के 48 लाख हड़पे , कलेक्टर से शिकायत बताते भाव विह्वल हो उठीं बुजुर्ग

The old man grabbed 48 lakhs, the elders got furious after complaining to the collector
 वृद्धा के 48 लाख हड़पे , कलेक्टर से शिकायत बताते भाव विह्वल हो उठीं बुजुर्ग
जमीन माँगो तो मिलती है जान से मारने की धमकी  वृद्धा के 48 लाख हड़पे , कलेक्टर से शिकायत बताते भाव विह्वल हो उठीं बुजुर्ग

डिजिटल डेस्क जबलपुर । साहब, जमीन माँगो तो अशोक बत्रा जान से मारने की धमकी देता है। मेरे जीवन भर की कमाई वह लेकर भाग गया। अब जमीन की रजिस्ट्री नहीं कर रहा। ग्वारीघाट पुलिस ने रिपोर्ट तो लिख ली मगर मुझे जमीन कब मिलेगी?  कलेक्ट्रेट की जनसुनवाई में शिकायत करते हुए वृद्धा कामिनी मुखर्जी भाव विह्वल हो गईं। जनसुनवाई में सौंपे गए आवेदन में ब्यौहार बाग निवासी कामिनी मुखर्जी पति स्व. कार्तिक मुखर्जी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर  राजुल फ्लैट रामपुर निवासी अशोक बत्रा के स्वामित्व व अधिपत्य की मौजा पोलिपाथर न.164 प.ह.ब. पुराना 24/2, 8 स्थित खसरा नम्बर 3.34 एकड़ भूमि में से एक एकड़ जमीन लेने का अनुबंध हुआ था। कामना मुखर्जी के मुताबिक अनुबंध पत्र के मुताबिक मेरे द्वारा 48 लाख एवं सहयोगी द्वारा 8 लाख रुपए विभिन्न तिथियों को अशोक बत्रा को दिए गए। अशोक बत्रा ने रकबा नम्बर 7/3 दिखाकर छल एवं कपटपूर्ण तरीके से अनुबंध के समय रकबा नम्बर 1 का अनुबंध किया था।  इसके बाद अशोक बत्रा द्वारा पारिवारिक संबंधों का हवाला देकर आवश्यकता बताते हुए पुन: उक्त अनुबंध पत्र के आधार पर मुझसे 2 लाख और लिए गए। कामना मुखर्जी के आरोपों के मुताबिक अशोक बत्रा द्वारा प्रारंभ से ही अनुबंध पत्र का पालन करने की मंशा नहीं थी। अलबत्ता अशोक बत्रा ने मुझसे और सहयोगी से लिए रुपए घर और गाड़ी खरीदने में उपयोग कर लिया। बार-बार रजिस्ट्री के लिए कहे जाने पर जान से मारने की धमकी दी जाने लगी। अशोक बत्रा द्वारा न तो रजिस्ट्री कराई जा रही है और न ही रुपए वापस किए जा रहे हैं। वृद्ध पीडि़ता ने कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से गुहार लगाई है कि वे अशोक बत्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। अशोक बत्रा द्वारा रकबा नम्बर 7/3 में कोई बड़ा प्रोजेक्ट लगा रहा है। इसकी भी गहन जाँच कराते हुए उससे जमीन दिलवाई जाए। 
बेटे को भी खो दिया
 मार्मिक पहलू यह कि विधवा महिला कामना मुखर्जी ने जमीन की धोखाधड़ी करने वाले से लड़ते-लड़ते अपने बड़े बेटे अनुपम मुखर्जी को भी खो दिया। विगत 18 दिसम्बर 2020 को अनुपम ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
निर्बल समझकर डरा रहे
 आवेदिका मुखर्जी का आरोप है कि अब अशोक बत्रा द्वारा जमीन के बदले लिए गए रुपए देने की बजाय जान से मारने की धमकी दी जा रही है। निर्बल व अकेला समझकर डराया जा रहा है।
जो करना है कर लो
 शिकायत के मुताबिक अशोक बत्रा ने वृद्धा के बेटे को पहले  अच्छी जमीन बेचने की बात की मगर बाद में नाले वाली जमीन देने लगा। पहले दिखाई गई जमीन की रजिस्ट्री कराने की बात की गई तो अशोक बत्रा मुकर गया और कहने लगा कि अनुबंध पत्र की अवधि समाप्त हो चुकी है। जब मेरी मर्जी होगी तो रुपए लौटाऊँगा, जो करना है कर लो।
 

Created On :   8 Sept 2021 3:19 PM IST

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