प्रधानमंत्री ने कोविड-19 से सबसे व्यापक रूप में प्रभावित सात राज्यों में वर्तमान स्थितियों और तैयारियां को लेकर मुख्यमंत्रियों से चर्चा की
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय प्रधानमंत्री ने कोविड-19 से सबसे व्यापक रूप में प्रभावित सात राज्यों में वर्तमान स्थितियों और तैयारियां को लेकर मुख्यमंत्रियों से चर्चा की प्रधानमंत्री ने सुझाव प्राप्त किए और इन राज्यों के वर्तमान स्थिति पर व्यापक समीक्षा की जिसमें चुनौतियों से निपटने के लिए अधिक ध्यान दिए जाने को रेखांकित किया गया प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से सबसे अधिक कोविड-19 वाले 60 जिलों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा प्रधानमंत्री ने राज्यों से कोविड परीक्षण व्यापक रूप में बढ़ाने और सिंप्टोमेटिक आरएटी नेगेटिव मामलों में 100% आरटी-पीसीआर परीक्षण सुनिश्चित करने को कहा कोविड-19 संबंधी बुनियादी ढांचा के लिए राज्य आपदा निधि को 35% से बढ़ाकर 50% किया गया-पीएम प्रधानमंत्री ने राज्यों को स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन के प्रभाव का आकलन करने का सुझाव दिया देश को न सिर्फ विषाणु से लड़ाई जारी रखनी है बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी मजबूती से आगे बढ़ना है-पीएम प्रधानमंत्री ने टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर ध्यान केंद्रित करने को कहा प्रधानमंत्री ने एक राज्य से दूसरे राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन समेत वस्तुओं और सेवाओं के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश,महाराष्ट्र,कर्नाटक,दिल्ली,पंजाब,तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से कोविड-19की स्थिति और तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की दूसरी वर्षगांठ का उल्लेख करते हुए कहा कि इन 2वर्षों में 1.25करोड़ गरीब मरीजों को मुफ्त में इलाज की सुविधा मिली है। उन्होंने चिकित्सकों और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े कर्मियों द्वारा गरीबों को दी जा रही अनवरत सेवाओं के लिए प्रशंसा की। राज्यों की समीक्षा प्रधानमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश में राज्य सरकार और लोगों के बीच बेहतर समन्वय के चलते स्थितियों में सुधार हुआ है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य टेस्टिंग,ट्रेसिंग पर प्रभावी उपाय करते रहेंगे और कहा कि घरों पर आइसोलेशन में रहने वाले कोविड-19मरीजों के स्वास्थ्य की निरंतर निगरानी का तंत्र विकसित किया जाए। हर एक जीवन को बचाने के महत्व पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में जिन 20जिलों में सबसे ज्यादा कोविड-19ममले हैं उन पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने आरटी-पीसीआरपरीक्षण राज्य में वर्तमान समय में सबसे अधिक प्रभावित जिलों वर्तमान क्षमता से 5गुना बढ़ाने का सुझाव दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक ने ट्रेसिंग और ट्रैकिंग के लिए एक वैज्ञानिक व्यवस्था विकसित की है जिससे राज्य को व्यापक रूप में फायदा पहुंचा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में जिन 9जिलों में मृत्यु दर सबसे ज्यादा है,वहां तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर परीक्षण वर्तमान स्तर से 3गुना बढ़ाने,प्रभावी निगरानी और संपर्कों का पता लगाने तथा मास्क लगाने और साफ-सफाई को लेकर आ रहे व्यवहार में बदलाव के संबंध में भी ध्यान केंद्रित किए जाने की आवश्यकता है।दिल्ली का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों,राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रभाव के चलते स्थितियां नियंत्रण में आई थीं। उन्होंने सुझाव दिया कि आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। यह टेस्ट उन सभी लोगों का भी किया जाना आवश्यक है जो एंटीजन टेस्ट में नेगेटिव पाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने पंजाब की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि शुरुआती समय में पंजाब कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने में सफल था लेकिन अब स्थितियाँ बिगड़ी हैं। कोविड के चलते ज्यादातर मौतों की वजह मरीजों का देर से अस्पताल पहुंचना है। उन्होंने कहा कि राज्य को जागरूकता अभियान चलाना चाहिए ताकि चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना किया जा सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य पॉजिटिव दर और मृत्यु दर को नीचे लाने में सफल होगा। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु का जिक्र किया और कहा कि राज्य बड़े पैमाने पर परीक्षण और मामलों का पता लगाने की अपनी रणनीति के चलते हर दिन आने वाले मामलों की संख्या को स्थिर करने और उसे कम करने में सफल हुआ है। उन्होंने राज्य के 7 जिलों में मृत्यु दर कम किए जाने पर ध्यान देने की आवश्यकता बताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि टेलीमेडिसिन के लिए राज्य ने ई-संजीवनी एप्लीकेशन का अच्छा इस्तेमाल किया है।
Created On :   24 Sept 2020 2:10 PM IST