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अपग्रेडेशन की क्वालिटी तो परख रहे - पीडीएस में गए चावल पर नहीं ध्यान
अमानक स्तर के भण्डारित चावल मामले में मिल और गोदाम तक सीमित है जांच
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले में भण्डारित हजारों क्विंटल अमानक स्तर के चावल की जांच गोदामों और मिलों तक ही सीमित होकर रह गई है। मामला उजागर होने के बाद बीआरएल (एफसीआई की जांच में मिले 55 हजार क्विंटल अमानक) चावल की अपग्रेडेशन के बाद गोदामों में पहुंच रहे चावल की गुणवत्ता की जांच के साथ मिलों में भी उठाव व परिवहन की स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा गठित टीम ने मंगलवार से गोदामों की जांच शुरु कर दी है। अमानक चावल भण्डारित होने को लेकर जहां अभी तक किसी प्रकार की जिम्मेदारी किसी पर तय नहीं की गई है वहीं अपग्रेडेशन के बाद गोदामों में जमा करने की बजाय गोदामों के खराब चावल के साथ सीधे पीडीएस में सप्ताई कर दिए गए अनाज की जांच की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जानकारों की मानें तो सप्लाई हुए चावल में अधिकतर का वितरण भी करा दिया गया होगा। जांच के बाद खराब चावल के भण्डारण की जिम्मेदारी किसी पर तय हो पाएगी अथवा नहीं इसको लेकर संशय बना हुआ है। क्योंकि वितरण योग्य बताने की जिम्मेदारी उन्हीं पर है, जिनकी निगरानी में मिलों से खराब चावल का भण्डारण हुआ है।
वितरण के बाद दुकानों की हो जांच
कैप स्टोरज में बड़ी मात्रा में धान भीग कर खराब होने के बाद उसी धान की मिलिंग कराकर गोदामों में जमा करा दिया गया। प्रदेश स्तर पर हुई इस प्रकार की गड़बड़ी शहडोल जिले में भी सामने आने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हुआ। एफसीआई की जांच में अमानक मिले 55 हजार क्विंटल से अधिक चावल की गुणवत्ता सुधार कर पुन: जमा कराने निर्देश जारी हुए। अपग्रेडेशन शुरु कराया गया, लेकिन पता चला है कि ब्यौहारी, गोहपारू, बुढ़ार सहित शहडोल के कुछ गोदामों में उक्त चावल रखने की कागजी कवायद के साथ खराब चावल को मिलाकर पीडीएस भेज दिया गया, काफी मात्रा में बंट भी गया। अब यह बात सामने आ रही है कि यदि गांव स्तर की दुकानों में गए चावल की जांच कराई जाए तो गड़बड़ी सामने आ सकती है।
मापदण्ड से अधिक मिलाया ब्रोकन
कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व विभाग से नायब तहसीलदार, फूड विभाग से निरीक्षक, नागरिक आपूर्ति निगम से डीएम और क्वालिटी कंट्रोलर की टीम द्वारा मंगलवार से उन गोदामों में जांच शुरु की गई, जहां बीआरएल चावल रखा गया है। परीक्षण का कार्य एक साथ शहडोल, गोहपारू, जयसिंहनगर, ब्यौहारी तथा बुढ़ार में शुरु कराया गया है। शहडोल व बुढ़ार में पांच स्टेक का चावल अपगे्रड हो चुका है। वहीं पूर्व में आए चावल में यह पाया गया कि मिलरों द्वारा निर्धारित मापदण्ड से बहुत अधिक ब्रोकन युक्त चावल जमा कराया। जिनमें ज्यादा डैमेज मिला उसे फीड-1 किया गया, जो किसी उपयोग लायक नहीं हैं। टीम इस बात का परीक्षण कर रही है कि गोदामों में रखा व अपगे्रडेशन के बाद पहुंचा चावल की गुणवत्ता वितरण लायक है अथवा नहीं। साथ ही मिलरों ने अपने हिस्से का चावल उठाया कि नहीं। अपग्रेडेशन का कार्य 10 नवंबर तक करने के निर्देश हैं।
इनका कहना है
संयुक्त टीम द्वारा अपगे्रडेशन युक्त चावल तथा गोदामों में रखे चावल की गुणवत्ता की जांच की जा रही है। पहले दिन शहडोल व बुढ़ार सहित अन्य गोदामों का परीक्षण किया गया।
एमएस उपाध्याय, डीएम नान
Created On :   7 Oct 2020 3:52 PM IST