बाजार में आया गरीबों का फ्रिज

The refrigerator of the poor came in the market
बाजार में आया गरीबों का फ्रिज
पन्ना बाजार में आया गरीबों का फ्रिज

डिजिटल डेस्क, पन्ना। गर्मियों की दस्तक के साथ ही बाजारों में निर्मल जल से गला तर करने वाले देसी मिट्टी के मटको की बहार आ गई है पन्ना जिले के मड़ला एवं अन्य ग्रामीण क्षेत्रों और पड़ोसी जिले छतरपुर के सूरजपुरा इत्यादि के ग्रामों से दर्जनों कुंभकार मिट्टी के मटके एवं अन्य सामग्री लेकर पन्ना पहुंच चुके हैं। वर्तमान में पन्ना कोतवाली के पास अंबेडकर चौक में लगभग दर्जनभर कुंभकार मिट्टी के मटको की दुकान सजा चुके हैं, वर्तमान में इन मिट्टी के बर्तनों में भी आधुनिकता का रंग चढ़ता दिखाई दे रहा है और टोंटी लगे मटके भी बाजार में आने लगे हैं, बता दें कि फ्रिजर के पानी को जहां मानव शरीर के लिए हानिकारक बताया गया है वहीं मिट्टी के घड़े के पानी को स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक बताया गया है, जिससे लोग अब फिर से देशी पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों की ओर लौटने लगे हैं। कोरोना संकट के दौरान कुंभकारों को भी अन्य छोटे व्यवसायियों की तरह घाटे का सामना करना पड़ा था जिससे सरकार द्वारा इन्हें प्रोत्साहित करते हुए बाजार में निशुल्क उचित स्थान, छाया एवं अन्य सुविधाओं के लिए प्रत्येक जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे साथ ही सामाजिक संगठनों द्वारा भी इन्हें प्रोत्साहित किया गया और त्यौहारों पर चाइनीस दीया के बजाय मिट्टी के दिए जलाने का आग्रह किया गया था जिससे एक बार फिर मिट्टी के बर्तनों का कारोबार लाभ का धंधा बनने की उम्मीद जाग गई है।

Created On :   12 March 2022 2:46 PM IST

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