20 फिट नीचे गिरा ट्रक, चार घंटे की मशक्कत के बाद केबिन में फंसे चालक को निकाला

The truck fell down by 20 feet, after four hours of effort, the driver trapped in the cabin was rescued
20 फिट नीचे गिरा ट्रक, चार घंटे की मशक्कत के बाद केबिन में फंसे चालक को निकाला
मंडला 20 फिट नीचे गिरा ट्रक, चार घंटे की मशक्कत के बाद केबिन में फंसे चालक को निकाला

डिजिटल डेस्क, मंडला। नेशनल हाइवे 30 में रायपुर से मंडला की ओर आ रहा ट्रक अंजनिया बड़े घाट में पलट 20 फिट में गिर गया। इस हादसे में चालक ट्रक के केबिन में फंस गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस, एसडीईआरएफ की टीम ने चालक को साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला है। इसके बाद घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक नेशनल हाइवे 30 में अंजनिया बडे घाट में रायपुर से जबलपुर की ओर जा रहा लोहे से लोड ट्रक तेज रफ्तार होने के कारण पलट गया। घाट से ट्रक 20 फिट नीचे प्लानटेंशन तक पहुंच गया। इस ट्रक में चालक विनीत शर्मा निवासी मेरठ केबिन में फंस गया। इस हादसे की सूचना अंजनिया पुलिस को मिली। पुलिस मोके पर पहुंची लेकिन चालक को निकालना मुश्किल हो रहा है। इसके लिए पुलिस ने एसडीईआरएफ की टीम और अंजनिया प्राथमिक स्वास्थ्य की टीम को दी गई। इसके बाद चालक को बाहर निकाला गया। उपचार के लिए 108 से मंडला जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चालक की चालक स्थिर बताई जा रही है।
इधर रेस्क्यू, उधर इलाज-
हादसे में 20 फिट खाई नीचे पहुुंचे ट्रक से चालक को निकालने में एसडीईआरएफ की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी है। पहले लोहे को ट्रक से खाली किया गया है। इसके बाद चालक को बाहर निकाला गया। इस बीच करीब चार घंटे का समय लगा है। रेस्क्यू के दौरान ट्रक चालक की जान बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी मेहनत की है। करीब साढ़े तीन घंटे तक चिकित्सक आशुतोष मरावी और उनकी टीम चालक का उपचार और मॉनिटरिंग करती रही है। जिससे चालक को सुरक्षित निकालने के लिए एसडीईआरएफ की टीम को समय मिल सका।
ब्रेकर बने लेकिन रिफ्लेक्टर नही लगाये-
अंजनिया के पास घाट से लेकर बायपास तक लगातार हादसे हो रहे है। पिछले पांच साल से यह इलाक एक्सीटेंशन जोन बन गया है। यहां दर्जनों लोग जान गवां चुके है। पिछले दिनों इसी घाट में क्रेन पलट गई थी, जिसमें परिचालक की मौत हुई थी। हादसों को देखते हुये प्रशासन के द्वारा यहां ब्रेकर बनवा दिये गये है। लेकिन बे्रकर में रिफ्लेक्टर और यहां कोई संकेतक नही लगे है। जिससे तेज रफ्तार को चालक संकेतक से नियंत्रित कर सके। अचानक ब्रेकर सामने आने के दौरान चालक वाहन को नही संभाल पाता है और घाट में अब हादसे ज्यादा होने लगे है।
इस टीम ने किया रेस्क्यू-
चालक का सुरक्षित रेस्क्यू करने में अंजनिया पुलिस से अशोक चौधरी, सुनील सिंह, राजेश सराठे, एसडीईआरएफ की टीम से हेमराज परस्ते, तोपसिंह कुलस्ते, सन्नी श्रीवास, आकाश ठाकुर, राहुल नंदा, सदन कुमार देवेंद भवेदी, तीरथ देशराज, पवन सोनवानी, सुकरत सिंह, राजेश और स्वास्थ्य विभाग से डॉ आशुतोष मरावी,स्मित पटेल,रघुराज सिंह परिहार शामिल रहे है।

Created On :   12 March 2022 4:09 PM IST

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