आंधी -चारपाई सहित हवा में उड़ गया वृद्ध, 50 मी. दूर जा गिरे पेड़ व बिजली के खंभे, महिला की मौत

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आंधी -चारपाई सहित हवा में उड़ गया वृद्ध, 50 मी. दूर जा गिरे पेड़ व बिजली के खंभे, महिला की मौत

डिजिटल डेस्क नौगांव । नगर में 15 मिनट में 4.15 बजे यह हवा तबाही के मंजर में तब्दील होने लगी। अचानक बहुत तेज बवंडर शुरू हो गया। 5 मिनट में बारिश के साथ बिजली गुल हो जाने से घोर अंधेरा हो गया। कुछ ही पलों में 50 से 100 ग्राम तक के ओले गिरना शुरू हो गए। जिन लोगों ने यह मंजर देखा, वह भयभीत होने लगे कि कहीं कयामत तो नहीं आ गई। आलम यह था कि सैकडो़ं पेड़ और बिजली के खंभे उखड़कर लगभग 50 मीटर दूर ता जा गिरे। घर के बाहर लेटा एक बुजुर्ग तो चारपाई सहित हवा में 50 मीटर उड़ गया। उसे रीढ़ की हड्?डी टूटने से झांसी रैफर किया गया है। नगर में करीब आधे घंटे में स्थिति सामान्य होना शुरू होने लगी। तब लोगों ने चैन की सांस ली। सुबह 5.00 बजे नगर के अधिकांश लोग घरों से इस बवंडर में हुई तबाही को देखने के लिए निकल पड़े। पूरे नगर में इस तबाही के कारण सैकड़ों पेड़ गिरने से यातायात ठप हो गया। हालांकि प्रशासन भी सूचना पाकर हालात सामान्य बनाने में तेजी से जुट गया।
मृत गौरैया, कबूतर, कोयल, तोते सबके गलियों में लगे ढेर
तेज हवा में पेड़ टूटकर गिरने से इन पर बैठे पक्षी उड़े, लेकिन तभी हवा, पानी और ओलों की मार इन पर पड़ी। देखते ही देखते सड़कों पर हजारों की तादाद में तोता के अलावा बगुला, कबूतर, गौरैया चिडिय़ा, कोयल धरती पर तड़प कर दम तोड़ती नजर आई। शहर सहित क्षेत्र में हजारों की संख्या में पक्षियों की मौत हो गई। शहर की ऐसी कोई गली नहीं बची, जहां पर मृत और घायल अवस्था में पक्षी न पड़े हों। नगर में कई चबूतरों पर बच्चों से लेकर बड़े तक मृत एवं घायल पक्षियों को इकट्?ठा कर उन्हें ठीक करने का प्रयास करते रहे। घायलों को बचाने के भी प्रयास किए गए, लेकिन अधिकांश प्रयास विफल ही रहे।
70-80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली आंधी 
मौसम विभाग खजुराहो में पदस्थ आरएस परिहार ने बताया कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान था कि नौगांव व उसके आसपास 40 से 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है, लेकिन बुधवार की सुबह जो आंधी चली है, उसकी गति 70-80 किमी प्रति घंटा थी। परिहार ने बताया कि छतरपुर और महोबा के बीच भी हवा के कम दबाव के कारण यह बवंडर आया है। नौगांव में पदस्थ मौसम वैज्ञानिक कालीचरण रैकवार ने बताया कि मेरी जानकारी में सन् 1984 में ऐसा बवंंडर आया था, वह पूरे नौगांव में आया था। बुधवार को जो बवंंडर आया है, इसका प्रभाव नौगांव के 4 से 5 किमी का क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
बिजली के खंभों के साथ सड़कों पर गिरी अनेक डीपी, पूरे दिन क्षेत्र में बंद रही बिजली सप्लाई 
आंधी का वेग इतना तेज था कि कई विद्युत खंबे जो बिना ही तारों के खड़े थे तारों की शिफ्टिंग होना थी, वह झुककर जमीन पर आ गए। ट्रांसफार्मर जो दो पोल में कसा रहता है, वह भी पोल टूट गए और ट्रांसफार्मर सड़क पर जा गिरा। नेशनल हाइवे-75 पर शहर से लेकर नवोदय तक विद्युत पोल सड़क पर पड़े थे। विद्युत तार सड़क पर बिछ गए। देखने में ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई बड़ी तबाही हुई हो।  स्थिति खराब होने पर बिजली सप्लाई बंद करने के लिए फीडर को तुरंत बंद कर दिया। सुबह 4 बजकर 5 मिनट से रात 8 बजे तक लाइट का मेंटीनेंस काम चलता रहा। नौगांव के एई अजीत चौहान की टीम के साथ ग्रामीण टीम, ग्रामीण हरपालपुर के ओआईसी गुप्ता की टीम, नगर पालिका की टीम सुबह से ही लाइट मेंटीनेंस में लग गई थी, जो पूरे दिन मेहनत करते नजर आए। बिजली विभाग के एई ने बताया कि पूरी तरह बिजली लाइन कम से कम चार से पांच दिनों में दुरस्त हो पाएगी। 
तिनके की तरह बिखर गए पेड़ 
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो हवा के कम दबाव के कारण बवंडर बना। इसी बवंडर में पेड़ तिनके की तरह गिरे। सैकड़ों पेड़ जड़ से उखड़कर अपने स्थान पर 50 मीटर दूर जाकर गिरे। आम के वृक्षों का हाल यह था कि इनकी टहनियां इस कदर टूटी सिर्फ पेड़ का तना खड़ा रह गया और बाकी टहनियां इस कदर टूटकर 50 मीटर दूर जा फिंकी जैसे किसी ने काट कर रखी हो। कुछ पेड़ तो मकानों पर गिरे, जिससे यहां रहने वाले परिवार दहशत में आ गए कि कहीं बवंडर के साथ भूकंप तो नहीं आ गया। दहशत के साए में कई परिवार भयभीत हवा की आवाज के कारण एक साथ हो गए थे। यूकेलिप्टस के पेड़ टूटकर रोड़ों पर बिछ गए। आंधी इतनी तेज थी कि बाउंड्रीवॉल में लगे ताले तो लगे रह गए, लेकिन फाटक उखड़कर फिंक गए। 
वृद्ध महिला की मौत, बुजुर्ग की टूटी रीड की हड्डी 
बुधवार की अलसुबह तबाही मचाने वाली आंधी के बवंडर से एक कच्चा मकान धराशायी हो गया और इस दौरान एक महिला की मौत हो गई। एक वृद्ध जो घर के बाहर सोया हुआ था, उसकी खटिया उड़ गई। इससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। नैगुवां में उन्ना बाई कुशवाहा उम्र 70 साल की मौत सिर पर बल्ली गिरने से हो गई। इसी गांव के  एक बुजुर्ग घर के बाहर खाट पर लेटा था। बवंडर में खटिया सहित उड़ गया और जमीन में गिरने व ओले की मार पडऩे से उसकी रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया। इसका पहले प्राथमिक उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। हालत गंभीर होने पर झांसी रैफर कर दिया गया। एसडीएम बीबी गंगेले ने बताया कि नुकसान काफी ज्यादा हुआ है। हालात सामान्य बनाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहें हैं। लेकिन इसमेें समय लगना लाजिमी है।
 

Created On :   30 April 2020 7:14 PM IST

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