एडीजे की मर्डर मिस्ट्री से जिले की एनजीओ संचालिका के जुड़े तार

The wires connected to the NGO director of the district by the murder mystery of ADJ
एडीजे की मर्डर मिस्ट्री से जिले की एनजीओ संचालिका के जुड़े तार
एडीजे की मर्डर मिस्ट्री से जिले की एनजीओ संचालिका के जुड़े तार

-पुलिस ने मां-बेटी समेत तीन को हिरासत में लिया, एनजीओ की संचालिका भी संदेह के दायरे में, हाईकोर्ट के आदेश पर जांच जारी
डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (वैढऩ)।
 तत्कालीन न्यायिक मजिस्टे्रट महेन्द्र त्रिपाठी और उनके पुत्र अभयराज त्रिपाठी की मौत के मामले में पुलिस ने अब तक मां-बेटी और दो पुरूषों सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया है। बैतूल में पदस्थ एडीजे के मौत में सिंगरौली जिले की एक एजीओ संचालिका का नाम भी सामने आया है। पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है। हालांकि एसपी का कहना है कि हाईकोर्ट और विवेचना कर रही एजेंसी ने अभी उनके पास कोई इनपुट नहीं भेजा है। उन्होंने बताया कि मामला बेहद संवेदनशील है। इस मामले यदि सिंगरौली की एनजीओ संचालिका एडीजे के संपर्क में थी तो संबंधित विवेचना करने वाली एजेंसी उसे हिरासत में ले सकती है। बताया जा रहा है कि जिले की एक एनजीओ संचालिक उनकी मौत के पहले तक उनके संपर्क में थी। एडीजे के परिजनों द्वारा शिकायत में आरोप लगाये जाने के बाद पुलिस एनजीओ संचालिका की सरगर्मी से तलाश में जुट गई है।
हाईकोर्ट पहुंचा मामला, जांच के आदेश
एडीजे की मौत के मामले में शिकायत के हाईकोर्ट पहुंचने के बाद पूरे घटनाक्रम की बारीकी जांच के आदेश जारी किये गये हंै। बताया जाता है कि एडीजे महेन्द्र त्रिपाठी और उनके पुत्र अभयराज त्रिपाठी को आंटे में जहर देकर मौत के घाट उतरा गया है। एडीजे के पुत्र आशीष त्रिपाठी का आरोप है कि अपर सत्र न्यायाधीश के पूरे परिवार को मौत के घाट उतारने की साजिश रची गई थी। हाईकोर्ट और पुलिस से की गई शिकायत में आरोप है कि एडीजे, संध्या सिंह नामक महिला के लगातार संपर्क में थे। आरोप है कि उसने एक पंडित के कहने पर आंटा दिया था। इसके सेवन से उनके परिवार के तीन लोगों की अचानक तबियत बिगड़ी और नागपुर में उपचार के दौरान दो की मौत हो चुकी है। 
10 साल से संपर्क में थी एनजीओ संचालिका
एडीजे के पुत्र आशीष त्रिपाठी ने खुलासा करते हुये बताया कि एनजीओ की लेडी संचालिका उनके पिता के 10 साल से संपर्क में थी। आरोप है कि एनजीओ संचालिका ने 20 जुलाई को कोर्ट के बाहर एडीजे से मुलाकात कर आंटा दिया था। उन्होंने बताया कि एडीजे ने आंटे की रोटी खाई थी। एडीजे के पुत्र का आरोप है कि एडीजे की पारिवारिक बाधाएं दूर होने का हवाला देते हुये उन्हें आंटा दिया गया था।
एडीजे की मौत से कटनी में मातम
एडीजे समेत उनके पुत्र की मौत के बाद कटनी में मातम छाया हुआ है। कटनी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार एडीजे ने जिले की बड़वारा तहसील में आवास बना रखा था। हालांकि जांच एजेंसी ने इस साजिश में शामिल जिले की एनजीओ संचालिका के नाम का खुलासा नहीं किया है। एडीजे की मौत के मामले में बैतूल पुलिस ने मां बेटी समेत 4 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
इनका कहना है
एडीजे की मौत के मामले में उनके संपर्क में रही एनजीओ की संचालिका के संबंध में अभी बैतूल पुलिस द्वारा इनपुट नहीं भेजा गया है। अभी जिले से किसी महिला को बैतूल पुलिस द्वारा अरेस्ट किये जाने की सूचना नहीं दी गई है। एडीजे के पुत्र ने हाईकोर्ट में जो भी शिकायत की है, इस संबंध में अभी स्थानीय पुलिस को डिटेल नहीं मिली है। जैसे ही हाईकोर्ट और बैतूल पुलिस का इनपुट मिलता है उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
-बीरेन्द्र कुमार सिंह, एसपी
 

Created On :   29 July 2020 2:23 PM IST

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