टनल निर्माण, ट्रेनों का भार सहने बनेंगे 80 क्विंटल वजन के रिंग

The work of the tunnel of 12 kms  constructed near the center of Slimanabad
टनल निर्माण, ट्रेनों का भार सहने बनेंगे 80 क्विंटल वजन के रिंग
टनल निर्माण, ट्रेनों का भार सहने बनेंगे 80 क्विंटल वजन के रिंग

 डिजिटल डेस्क कटनी । बरगी व्यपवर्तन परियोजना की नर्मदा दांयी तट नहर में स्लीमनाबाद के समीप बनाई जा रही 12 किलोमीटर लंबाई की टनल का कार्य रेल टे्रक सलैया फाटक तक पहुंच गया है जिसके बाद अब टे्रक के नीचे का कार्य शुरू होगा। इसके लिए टनल के रिंग निर्माण में बदलाव किया गया है। आईआईटी दिल्ली के द्वारा जिस रिंग की स्वीकृति दी गई है वह रिंग 80 क्विंटल वजन का होगा। रेल टे्रक के नीचे करीब 70 मीटर की लंबाई में 80 क्विटल वजन के 44 रिंग तैयार कर लगाए जाएंगे। जिसके लिए नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण व निर्माण एजेंसी पटेल एसईडब्ल्यू ने तैयारियां शुरू कर दी है। हासिल जानकारी के मुताबिक रेल टे्रक के नीचे लगाए जाने वाले रिंग में स्टील राड की मात्रा ढाई गुनी कर दी गई है। टनल निर्माण में जहां एक रिंग में 13 क्विंटल स्टील राड का इस्तेमाल किया जा रहा है वही रेल टे्रक के नीचे लगने वाले रिंगों में करीब 35 क्विटल राड का इस्तेमाल होगा। जिसके बाद पूरी तरह तैयार होने पर एक सेगमेंटरिंग करीब 80 क्विंटल वजन का होगा। अब तक लगभग 60 क्विंटल वजन के रिंग का निर्माण कर उपयोग किा जा रहा था।
9.2 डायामीटर व्यास का है रिंग
टनल में उपयोग होने वाले रिंग 9.2 डायामीटर व्यास के है। रेल टे्रक के नीचे उपयोग होने वाले रिंग की डिजाइन और व्यास पूर्व रिंगो के भांति ही रहेगा लेकिन आईआईटी दिल्ली के द्वारा ट्रेनों के भार से किसी भी प्रकार की गडबड़ी की आशंकाओं को देखते हुए परीक्षण करने के बाद नए रिंग के लिए स्वीकृति दी गई है। जिसके बाद अप स्ट्रीम में सलैया फाटक के समीप रिंग लगने के बाद कार्य में तेजी आने की उम्मीद जताई जाने लगी है। हालांकि रिंग तैयार होने और इसका इस्तेमाल करने मेे करीब डेढ माह का वक्त लग सकता है। तब तक अपस्ट्रीम में टनल का निर्माण कार्य बंद रहेगा।
अब तक लग चुके 1746 रिंग
12 किलोमीटर लंबाई की टनल में करीब 7 हजार 500 रिंग लगाए जाने है जिसमें से अब तक 1746 सेगमेंट रिंग लगाए जा चुके है। इसमें से अपस्ट्रीम में 921 मीटर के निर्माण में 575 रिंग लगाए गए है वहीं डाउन स्ट्रीम में खिरहनी एंड से हो रहे निर्माण में 1171 रिंग लगाए गए है। प्रत्येक रिंग की चौड़ाई 1.6 मीटर और मोटाई 300 मिमी है। सेगमेंट रिंग का निर्माण खिरहनी स्थित कम्प्यूटराईज्ड सेगमेंट प्लांट में किया जा रहा है। गौरतलब है कि अप स्ट्रीम से 921 मीटर की दूरी से 70 मीटर की दूरी तक कटनी-जबलपुर रेलखंड का ट्रेक एरिया आएगा।
 रेलट्रेक के नीचे लगने वाले सेगमेंट रिंग के संबंध में एनव्हीडीए के द्वारा आईआईटी दिल्ली से स्वीकृति ली गई है। जिसमें स्ट्रील राड की मात्रा बढ़ाई गई है। पहले जहां रिंग में 13  िक्वंटल स्ट्रील राड लगता था रेल टे्रक एरिया में 35 क्विंटल स्टील राड के रिंग का इस्तेमाल होगा। जिनका निर्माण शीघ्र शुरू होगा।  
        - कैलाश चौबे,मुख्य अभियंता एनवीडीए

 

Created On :   9 Jan 2018 1:50 PM IST

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