गोली मारकर हत्या करने वालोंं का सुराग नहीं , व्यापारिक प्रतिस्पर्धा को लेकर वारदात की आशंका

There is no clue of those who were shot dead, fear of business competition
गोली मारकर हत्या करने वालोंं का सुराग नहीं , व्यापारिक प्रतिस्पर्धा को लेकर वारदात की आशंका
गोली मारकर हत्या करने वालोंं का सुराग नहीं , व्यापारिक प्रतिस्पर्धा को लेकर वारदात की आशंका

शारदा मंदिर रोड पर कार से आए बदमाशों ने की थी युवक पर फायरिंग
डिजिटल डेस्क जबलपुर । ग
ढ़ा थाना क्षेत्र स्थित शारदा चौक से शारदा मंदिर रोड पर बीती रात 11 बजे के करीब एक्टिवा सवार युवक की कार सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी लगने पर मौके पर पहुँची पुलिस ने मृतक की पहचान स्थापित कराई। मृतक हाथीताल शिवानी होम्स निवासी अंकित चंडोक निकला जो कि सिविक सेंटर स्थित मॉल में टैटू बनाने की दुकान चलाता था। उधर प्रारंभिक जाँच में घटना के पीछे व्यापारिक प्रतिस्पर्धा होने की आशंका नजर आ रही है और इसी आधार पर पुलिस अज्ञात बदमाशों का सुराग लगाने में जुटी है।  इस संबंध में गढ़ा टीआई राकेश तिवारी ने बताया कि शारदा मंदिर रोड पर हुई घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुँची तो अंकित चंडोक मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। समीप ही एक एक्टिवा क्रमांक एमपी 20 एसके 8887 पड़ी थी। युवक के सीने में दो गोली लगी थी। पूछताछ करने पर पता चला कि एक्टिवा सवार युवक को वैगनआर कार सवारों ने गोली मारी है। कार सवारों ने तीन राउंड फायर किए जिसमें दो गोली उसके सीने में लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गयी, वहीं एक कारतूस बरामद कर पुलिस ने मृतक के शव को पीएम के लिए मेडिकल भेज हत्या का मामला दर्ज किया। 
कुछ समय पहले हुआ था विवाद - पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जाँच में इस बात का पता चला है कि व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के चलते युवक की हत्या की गयी है। इस संबंध में परिजनों का कहना था कि मॉल में अंकित की दुकान के पास ही किसी दीपक जैन नामक युवक ने भी टैटू की दुकान खोल ली थी जिससे उसका विवाद हुआ था और अंकित को जान से मारने की धमकी दी गयी थी जिसकी शिकायत ओमती थाने में की गयी थी। 
परिजनों के कॉल से हुई पहचान - घटना के बाद रात 12 बजे के करीब मृतक के मोबाइल पर एक कॉल आया जिसे मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी ने उठाया और घटना से अवगत कराया। उसके बाद परिवार के सदस्य मौके पर पहुँचे जिसके बाद मृतक की पहचान हो सकी। मृतक के पिता अनिल चंडोक ने बताया वह रेलवे के रिटायर्ड कर्मी हैं। उनका बेटा अंकित मॉल में टैटू बनाने की दुकान चलाता था। वह रात सवा 9 बजे दुकान से घर आया था और उसके बाद रोजाना की तरह रात साढ़े 10 बजे एक बोरी में फल व सब्जी रखकर गायों को खिलाने के लिए एक्टिवा लेकर निकला था। रात 12 बजे बहू रैना ने उन्हें आकर बताया कि अंकित फोन नहीं उठा रहा है। उसके बाद परिजनों को घटना की जानकारी लगी। 
 

Created On :   14 Aug 2020 2:45 PM IST

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