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पुरातन संस्कृति को बचाए रखने के लिए अध्ययन की व्यवस्था होना चाहिए -राज्यपाल
डिजिटल डेस्क शहडोल । पं. एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय के नवीन परिसर का शनिवार को विवि के कुलाधिपति एवं प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने लोकार्पण किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि विवि के पाठयक्रम में नई तकनीक के ज्ञान के साथ पुरातन संस्कृति को बचाए रखने के लिए अध्ययन की व्यवस्था होना चाहिए। आदिवासी कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए शोधपीठ स्थापित करें। विश्वविद्यालय की स्थापना आदिवासी वर्ग के विद्यार्थियों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए की गई है। उसका लाभ उन लोगों को मिलेगा तभी संस्था के संस्थापक पंडित शंभूनाथ शुक्ला को हम सच्ची श्रंद्धाजलि दे पाएंगे।
गांधी पीठ की स्थापना की जाए
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में विश्वविद्यालयों को क्लीन एवं ग्रीन कैम्पस की अवधारणा को सकार किया जा रहा है। विवि में पर्यावरण की दृष्टि से वृक्षारोपण, जल संरक्षण एवं सोलर एनर्जी की व्यवस्था की जाएं। इससे जहां विश्वविद्यालय के आर्थिक खर्च में कमी आएगी, वहीं हम विद्यार्थियों में आज की आवश्यकतानुसार समाज उपयोगी इन कार्यों के संस्कार दे पाएंगे। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय में गांधीजी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गांधी पीठ की स्थापना की जाए। इस अवसर पर प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, आदिवासी विकास विभाग के मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम, विवि के कुलपति मुकेश तिवारी सहित तमाम प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे।
जल्द दूर होगी शिक्षकों की कमी -पटवारी
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में 50 फीसदी शिक्षकों की कमी जानकारी मिली है। आने वाले कुछ दिनों में ही इस कमी को दूर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव की जरूरत है। शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जिससे रोजगार मिल सके। उन्होंने विवि परिसर को हरियाली से सुसज्जित करने और विवि में गांधी पीठ व गांधी चेयर की स्थापना की व्यवस्था जल्द से जल्द करने के लिए भी कहा।
विश्वविद्यालय को मिलेगी 50 एकड़ अतिरिक्त जमीन
पं. एसएन शुक्ला विवि के लोकार्पण समारोह में प्रदेश के उच्च शिक्षा व खेल एवं युवक कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने मंच से कहा कि विवि में भविष्य की जरूरत के हिसाब से 50 एकड़ जमीन की जरूरत है, जिसकी डिमांड विवि प्रबंधन ने की है। कलेक्टर इसके लिए काम करें। साथ ही विवि परिसर को हाईवे से जोडऩे और छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए नि:शुल्क आवागमन की भी व्यवस्था की जाए।
Created On :   16 Nov 2019 7:20 PM IST