डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के प्रारुप पर नहीं बनी सहमति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई के इंदू मिल में स्थापित होने वाली संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा का दिल्ली से सटे गाजियाबाद में निर्माण कार्य चल रहा है। गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित समिति ने प्रतिमा के प्रारुप का निरीक्षण किया। दौरे में समिति के सदस्यों के साथ जनप्रतिनिधियों और डॉ आंबेडकर के परिवार के सदस्य भी शामिल थे। बैठक में कुछ प्रतिनिधियों ने प्रतिमा के प्रारुप पर ऐतराज जताया है, लिहाजा अगले ढाई साल में तैयार होने वाली इस प्रतिमा को अब और एक साल से अधिक का समय लग सकता है।
350 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण कार्य राम सुतार आर्ट कंपनी द्वारा किया जा रहा है। प्रतिमा का 25 फीट का प्रारूप हालांकि दो साल पहले से तैयार है, लेकिन इस प्रारूप में कुछ बदलाव करने के सुझाव दिए जाने से प्रतिमा का बनकर तैयार होने की समय सीमा और बढेगी। मूर्तिकार अनिल सुतार ने कहा कि आनंदराज आंबेडकर के साथ अन्य सदस्यों ने प्रतिमा के प्रारूप में बदलाव का सुझाव दिया है। सरकार इन सुझावों को लेकर अगर प्रस्ताव पारित करती है तो प्रारूप में बदलाव किया जाएगा। इससे प्रतिमा के निर्माण कार्य पूरा होने में जो ढाई साल लगने थे, इसमें एक साल और अधिक का समय लगेगा।
दौरे में सामाजिक न्याय विभाग के आयुक्त प्रशांत नारनवरे, सहसचिव दिनेश डिंगले, अल्पसंख्यक आयोग की पूर्व सदस्य सुलेखा कुंभारे, भीमराव आंबेडकर, आनंदराज आंबेडकर, डॉ राजेन्द्र गवई, भदंत राहुल बोधी, विधानसभा सदस्य संजय बनसोड, यामिनी जाधव और जयदीप कवाडे और जेजे स्कूल ऑफ आर्ट के प्राध्यापक विश्वनाथ सबले शामिल थे।
Created On :   6 April 2023 8:29 PM IST