गंभीर बीमारी से पीडि़तों पर हावी तीसरी लहर का वायरस, तीन और मौतें

कोरोना के रिकॉर्ड 602 नए मरीज मिले गंभीर बीमारी से पीडि़तों पर हावी तीसरी लहर का वायरस, तीन और मौतें

डिजिटल डेस्क जबलपुर। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अब पीक की ओर बढ़ रही है। संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। एक्टिव केस लगातार बढ़ रहे हैं। भले ही अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बेहद कम हो, लेकिन तीसरी लहर का यह वायरस गंभीर बीमारी से पीडि़तों पर हावी हो रहा है। इस लहर की शुरुआत से अब तक 10 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। सभी किसी न किसी बीमारी से पीडि़त रहे हैं। गुरुवार को भी निजी अस्पतालों में इलाजरत तीन कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया, इनमें से एक को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले ही मरीज की मौत हो गई। इधर गुरुवार को कोरोना के रिकॉर्ड 602 नए मरीज मिले, जिसके बाद एक्टिव केस बढ़कर 3594 हो गए हैं। प्रशासनिक रिकॉर्ड में गुरुवार को दो मौतें दर्ज की गईं। पिछले कुछ दिनों में जिले के पॉजिटिविटी रेट में भी बढ़त देखी जा रही है।
कुल संक्रमित का आँकड़ा 56 हजार पार
जिले में कोरोना के कुल संक्रमितों का आँकड़ा 56 हजार के आँकड़े को पार कर गया। अब तक 56 हजार 156 मरीज मिले हैं, वहीं 51 हजार 952 ठीक हुए हैं। अब तक रिकवरी रेट 92.51त्न फीसदी पर है। 775 संक्रमितों की मौत प्रशासनिक रिकॉर्ड में हुई है।
तीन संक्रमितों की गई जान
- चैतन्य सिटी निवासी 52 वर्षीय महिला का उपचार गोलबाजार स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था। वे किडनी की बीमारी से पीडि़त थीं। कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें मेडिकल रेफर किया गया, लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले ही मौत हो गई।
- मझौली निवासी 50 वर्षीय पुरुष को उपचार के लिए दीक्षितपुरा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोविड संक्रमित होने के चलते उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था, जहाँ गुरुवार को उनकी मौत हो गई।
- जबेरा निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग को साँस लेने में तकलीफ होने के बाद चरगवाँ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृतक के पुत्र के अनुसार सैंपलिंग होने के बाद अस्पताल द्वारा पिता के कोविड पॉजिटिव होने की जानकारी दी गई थी। 4 दिन इलाज चलने के बाद गुरुवार को निधन हो गया। तीनों मृतकों का अंतिम संस्कार मोक्ष संस्था द्वारा किया गया।
नर्सिंग कॉलेज में संक्रमित मिले छात्र
गुरुवार को पाटन बायपास स्थित एक निजी नर्सिंग कॉलेज में स्टाफ और छात्रों के पॉजिटिव मिलने के बाद हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। सूत्रों के अनुसार कई छात्र पॉजिटिव मिले हैं, जिसके बाद नगर निगम के अमले ने भवन का सेनेटाइजेशन किया और यहाँ किसी भी तरह के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। संस्था के बाहर गेट पर इससे संबंधित पोस्टर भी चस्पा किया गया है। सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया के अनुसार कुछ छात्रों के पॉजिटिव मिलने के बाद प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए जरूरी कदम उठाए गए हैं।
रिपोर्ट में नहीं वायरल लोड की जानकारी
कोरोना संक्रमित पाए जाने पर जारी की जाने वाली सरकारी लैब रिपोर्ट में मरीज के पॉजिटिव अथवा निगेटिव होने की जानकारी दी जाती है। कई बार मरीज पॉजिटिव रिपोर्ट में वायरल लोड से जुड़ी से जानकारी भी चाहते हैं, लेकिन रिपोर्ट में जानकारी न होने से निराशा हाथ लगती है। हालांकि जानकारों का कहना है कि सरकारी लैब रिपोर्ट आईसीएमआर द्वारा स्टैंडराइज्ड फार्मेट में बनाई जाती है। सैंपल देने के बाद रिपोर्ट आने तक वायरल लोड घट-बढ़ सकता है। ऐसे में यह उतना महत्वपूर्ण नहीं है।पी-4
पिछले 15 दिनों में नए संक्रमित और डिस्चार्ज
तिथि             नए संक्रमित डिस्चार्ज
6 जनवरी - 92             00
7 जनवरी - 96             02
8 जनवरी - 152             15
9 जनवरी - 190             12
10 जनवरी - 242             21
11 जनवरी - 210             23
12 जनवरी - 277             71
13 जनवरी - 349             89
14 जनवरी - 316             95
15 जनवरी - 482             152
16 जनवरी - 593             183
17 जनवरी - 453             232
18 जनवरी - 514             275
19 जनवरी - 520             271
20 जनवरी- 602             355
विक्टोरिया में तैनात होगी मोबाइल टेस्टिंग वैन, 6-7 घंटे में मिलेगी रिपोर्ट
जिले में कोरोना संक्रमण की जाँच रिपोर्ट में बढ़ती पेंडेंसी को कम करने के लिए जिला अस्पताल में ही जाँच सुविधा उपलब्ध होने जा रही है। राज्य स्तर पर एक मोबाइल टेस्टिंग वैन जिला अस्पताल में तैनात की जा रही है। इस संबंध में बुधवार को भोपाल स्तर पर निर्देश जारी किए गए हैं। यह मोबाइल टेस्टिंग वैन एक निजी डायग्नोस्टिक कंपनी द्वारा संचालित की जाएगी। सूत्रों के अनुसार लैब क्षमता प्रतिदिन 7 हजार सैंपल तक करने की है। यह सुविधा मिलने के बाद 7 से 8 घंटे में ही रिपोर्ट मिल जाएगी।
अभी दो लैब में हो रही जाँच
अभी जिले के सैंपल मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब और अहमदाबाद की निजी लैब जाँच के लिए भेजे जा रहे हैं। सैंपल्स की रिपोर्ट आने में 1 से 2 दिन तक का वक्त लगता है। जिला अस्पताल में जाँच सुविधा उपलब्ध हो जाने के बाद अहमदाबाद सैंपल्स नहीं भेजे जाएँगे, वहीं मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब पर भी दबाव कम होगा।
जबलपुर के अलावा दो अन्य जिलों को मिली
बुधवार को संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएँ, मप्र द्वारा प्रदेश स्तर पर कोविड-19 की आरटीपीसीआर जाँच के लक्ष्य एवं शासकीय तथा आउटसोर्स लैबों से पुनरीक्षित मैपिंग के संबंध निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके अनुसार क्षमता से अधिक सैंपल एकत्रित होने, पुराना बैकलॉग खत्म करने तथा समय पर रिपोर्ट जारी करने के लिए निविदा जारी कर एक निजी डायग्नोस्टिक कंपनी को जिम्मा सौंपा गया है। इस कंपनी द्वारा 3 मोबाइल टेस्टिंग वैन प्रदान की गई हैं जो कि जबलपुर, छतरपुर और शहडोल जिला अस्पताल में तैनात होंगी।
कम समय में मिलेगी रिपोर्ट
मोबाइल टेस्टिंग वैन आने से बैकलॉग कम होगा। जाँच रिपोर्ट कम समय में मिलेगी। संक्रमितों का उपचार जल्द से जल्द शुरू हो सकेगा।
-डॉ. रत्नेश कुररिया, सीएमएचओ

 

Created On :   20 Jan 2022 10:54 PM IST

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