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थोरात ने जताई असहमती, पवार ने कहा था - सब कुछ गवां चुके जमींदार सी है कांग्रेस की हालत
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कांग्रेस की तुलना की, जो सब कुछ गवां चुके जमींदार सी है।इसे लेकर राजस्व मंत्री बालासाहब ने असहमती दर्ज कराई है। रविवार को थोरात ने कहा कि मैं पवार के बयान से पूरी तरह से असहमत हूं। पवार को कांग्रेस के झंडे के नीचे आकर केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए। जिसके बाद पवार के इस बयान से कांग्रेस और सहियोगी दलों के खेमें में दरार नजर आने लगी है। माना जा रहा है कि विपक्ष के अंदर भी नेतृत्व को लेकर नाराजगी है। पवार ने कांग्रेस की तुलना जमींदार से करते हुए इशारा किया कि पिछले छह सालों में आगे बढ़ने के बजाए, पीछे गए हैं। उनका बयान विपक्षी दलों के बीच अविश्वास को जग जाहिर कर रहा है। जबकि अपने ताजा बयान में प्रदेश कांग्रेस ने
पवार कांग्रेस के झंडे के नीचे आकर केंद्र के खिलाफ लड़ें लड़ाई
थोरात ने कहा कि कांग्रेस ने कभी जमींदारी नहीं की है। इसलिए कांग्रेस के लिए जमींदारी नहीं बल्कि हमारे विचारों और सिद्धांतों के कठिन दिन आए हैं। पर मुझे विश्वास है कि कांग्रेस दिन दोबारा आएंगे। इसके पहले बीते सप्ताह पवार ने कहा था कि कांग्रेस की स्थिति उत्तर प्रदेश के जमींदारों की तरह हो गई है जिसके पास अब जमीन नहीं बची है फिर भी वह सच्चाई स्वीकारने को तैयार नहीं होते हैं। इसी बीच थोरात ने कहा कि राज्य सरकार स्थानीय निकायों के चुनावों को टालने का अधिकार नहीं होने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अध्ययन करेगी। इसके बाद सरकार सभी दलों से चर्चा कर ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण पर उचित फैसला करेगी। थोरात ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी के एम्पिरिकल डेटा जुटाने के निर्देश दिए थे। अब सरकार सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश का अध्ययन करके सभी दलों के साथ चर्चा के बाद ओबीसी को न्याय दिलाने का प्रयास करेगी।
फसलों का नुकसान के लिए मदद करेगी सरकार
थोरात ने कहा कि दूसरी ओर मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र के कई जिलों में अतिवृष्टि से फसलों का भारी नुकसान हुआ है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पंचनामा शुरू है। पंचनामा के आंकड़े मिलने के बाद राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में आपदा प्रभावितों को आर्थिक मदद देने का फैसला लिया जाएगा। थोरात ने कहा कि मराठवाड़ा और विदर्भ में अतिवृष्टि से फैसलों का नुकसान हो रहा है। दूसरी ओर राज्य के जलाशयों के आसपास बारिश नहीं हो रही है। इस कारण जलाशयों में पानी की कमी है।
Created On :   13 Sept 2021 5:39 PM IST