नेता जी ने जिन्हें बड़ा बनाया, वे साथ छोड़ते गए, मुंबई से था गहरा संबंध 

Those whom Netaji made big, they left together, there was a deep connection with Mumbai
नेता जी ने जिन्हें बड़ा बनाया, वे साथ छोड़ते गए, मुंबई से था गहरा संबंध 
महाराष्ट्र की राजनीति में थी पैठ नेता जी ने जिन्हें बड़ा बनाया, वे साथ छोड़ते गए, मुंबई से था गहरा संबंध 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे के के पूर्व रक्षा मंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का मुंबई और महाराष्ट्र से गहरा संबंध था। नेता जी के करीबियों में शामिल समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आजमी ने उन्हें याद करते हुए कहा कि नेताजी चाहते थे कि समाजवादी पार्टी राष्ट्रव्यापी हो। महाराष्ट्र और मुंबई में भी पार्टी मजबूत हो लेकिन पार्टी ने जिन लोगों को बड़ा बनाया स्वार्थ के चलते वे चुनाव जीतने के बाद उसे छोड़कर दूसरी पार्टियों में चले गए।  

आज कार्यकर्ताओं को विचारधारा से ज्यादा सत्ता प्रिय हो गई है। इस तरह लोगों के पार्टी छोड़ने से नेताजी नाराज थे उन्होंने मुझसे राज्यसभा जाने को कहा। आजमी ने बताया कि कुछ दिनों पहले नेताजी इलाज के लिए मुंबई आए थे तब भी मुझसे कई बार कहा कि यहां दो तीन विधायक चुनकर आने से ज्यादा फायदा नहीं होगा इसलिए उत्तर प्रदेश में आकर काम करो। आजमी ने कहा कि नेताजी तब मेरे साथ खड़े हुए जब दूसरे नेता मेरा साथ देने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा कि मुझे गैर कानूनी रुप से 1993 मुंबई बम धमाका मामले में गिरफ्तार किया गया था। मैं सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर छूटकर आया था। कांग्रेस उस समय सत्ता में थी हम उसकी मदद करते थे लेकिन कोई मेरी बात सुनने को तैयार नहीं था। अभिनेता दिलीप कुमार साहब ने काफी कोशिश की लेकिन मुझे एक साल जेल में रखा गया। जब जमानत पर छूटा तो मुझमें अन्याय के प्रति गुस्सा था।

छूटने के बाद मैंने देखा कि उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव दबी कुचली मुस्लिम कौम को भी इंसाफ देते हैं। मैंने उनसे संपर्क किया। बाद में जब वे मुंबई आए तो मेरे घर आने से कई लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। उन्हें बताया गया कि अबू आसिम आजमी का नाम बहुत खराब है। वह धमाका मामले में पकड़ा गया था और जमानत पर बाहर है। नेताजी ने उन लोगों से कहा कि मुझे मामले की जानकारी है और वकील से भी मेरी बात हुई है। आजमी निर्दोष हैं मैं उनके घर जाऊंगा।

आजमी ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात थी मेरी मदद लेने वाले कांग्रेसी नेता मुझसे मिलने को तैयार नहीं थे लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एक मुस्लिम के घर आए। उन्होंने मुझे महाराष्ट्र में पार्टी की कमान सौंपी तो पार्टी का समर्थन बढ़ने लगा। कई नेता चुनाव जीते लेकिन नेताओं को शरद पवार पूछते नहीं थे जीत के बाद उन्हें बुलाकर चाय पिलाने लगे और वे उनके साथ चले गए। नेताजी इस बात से मुझसे नाराज हुए और कहा कि तुम राज्यसभा चले जाओ। आजमी ने कहा कि मुझसे नेताजी बहुत प्यार करते थे। वे आग्रह करते थे कि दिल्ली आना तो मेरे घर पर ही रुकना, उन्हें हापुस आम बेहद पसंद थे और वे मुझसे लाने को कहते थे। 

 

Created On :   10 Oct 2022 9:52 PM IST

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