श्रमिक स्पेशल ट्रेन : नागपुर- वर्धा और पनवेल से अपने घर रवाना हुए हजारों प्रवासी मजदूर

Thousands of migrant laborers left for homes from Nagpur - Wardha and Panvel
श्रमिक स्पेशल ट्रेन : नागपुर- वर्धा और पनवेल से अपने घर रवाना हुए हजारों प्रवासी मजदूर
श्रमिक स्पेशल ट्रेन : नागपुर- वर्धा और पनवेल से अपने घर रवाना हुए हजारों प्रवासी मजदूर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लॉकडाउन की सीमा बढ़ते ही सभी जगहाें से मजदूरों को उनके गांव पहुंचान के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। बुधवार को स्टेशन से दूसरी 01912 नागपुर-मुजफ्फरपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई। जिससे 1008 लोगों को रवाना किया गया। ट्रेन निकलने का समय 3 बजे था लेकिन एक गाड़ी देर से आई इसके कारण डेढ़ घंटे देरी से रवाना किया। टिकट का खर्च पालकमंत्री ने उठाया। हालांकि रामटेक से आए 5 यात्रियों से बात करने पर उन्होंने कहा कि उनसे पैसे लिए गए। जो कि उन्हें फिर से लौटाए गए।

11 बजे से की तैयारी शुरू

मजूदरों, प्रवासी यात्रियों, छोटे व्यापारियों, प्लंबर, फैब्रिकेशन का कार्य करने वाले ऐसे कई लोगों को उनके गांव जाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। बुधवार को बिहार के कई मजदूराें को उनके घर भेजने के लिए राज्य सरकार के निर्देशों पर रेलवे ने नागपुर-मुजफ्फरपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई। इस ट्रेन के लिए सुबह करीब 11 बजे रेलवे को जानकारी दी गई और रेलवे ने ट्रेन की व्यवस्था की। 2 बजे से लोगों का स्टेशन पर आना शुरू हो गया था।

नागपुर के अलावा उस्मानाबाद से भी आए यात्री

दोपहर करीब 12 बजे से बसें आना शुरू हाे गई और सभी को एक एक स्टेशन परिसर में उतारा जा रहा था। इसमें नागपुर के अलावा उस्मानाबाद जिले से आए लोग शामिल हैं। जिले से रामटेक से 28, कलमेश्वर से 75, नरखेड़ से 18, उमरेड से 105, सावनेर से 41, नागपुर ग्रामीण से 405, कुही से 3, मौदा से 110, हिंगना से 87, कामठी से 72, भिवापुर से 4 और नागपुर शहर से 11 लोगों को रवाना किया गया। उस्मानाबाद से आए 49 लोगाें को ट्रक में लाया गया, जिसमें से ज्यादातर नाबालिग बच्चे थे। सभी गेट पर सभी को फूड पैकेट, पानी और मास्क दिए गए।

पूर्व मंत्री सतीश चतुर्वेदी भी पहुंचे

सभी लोगों को अलविदा कहने और उनके हाल पूछने के लिए स्टेशन पर पूर्व मंत्री संतीश चतुर्वेदी भी स्टेशन पहुंचे। जहां उन्होंने सुविधा और दूसरे विषयों पर यात्रियों से पूछताछ की। उन्होंने कहा कि यात्रियों के टिकट की व्यवस्था कांग्रेस पार्टी और मंत्री नितीन राऊत ने की है। आगे भी इसी तरह सहायता करेंगे।

35 किमी पैदल चलने के बाद भी नहीं जा पाए घर

राजेश कुमार पासवार, मुकेश कुमार पासवान, लालटू ठाकुर सहित कुल पांच लोग खापरी से पैदल नागपुर स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पर आने के बाद लिस्ट में इनका नाम देखा गया। फिर टिकट दिया गया। इसमें सभी के मेडिकल सर्टिफिकेट भी मांगे गए जिसमें एक युवक का मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं था। जिसके कारण उसे जाने से रोक दिया गया। उसके दो साथी भी उसके साथ रूक गए। शेष दो साथी को ट्रेन में बैठाया गया।

रुपए लिए फिर बाद में लौटाए गए 

इससे पहले जो ट्रेन रवाना की गई थी उसके लिए यात्रियों से टिकट के लिए 505 रुपए लिए गए थे। साथ ही बस का किराया अलग से लिया गया था। बुधवार को मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई ट्रेन में यात्रियों से बातचीत की जिसमें कुछ यात्रियों ने पैसे नहीं देने की बात कही। रामटेक के पांच लोगों से बात करने पर उन्होंने बताया कि उनसे 605 रुपए लिए गए हैं। इस बात की जानकारी लगते ही उन्हें उनके पैसे लौटाए गए। टिकट दिया गया और ट्रेन में बैठाया गया।

पटना पहुंचाएंगे

कुली सदा और अजय कुमार ने बताया कि दीपक कुमार, सुरेंद्र और सुनील रामटेक से पैदल नागपुर थे। जो मजदूरी करते हैं। कुछ अधिकारियों ने बाेला था कि उन्हें पटना अपने गांव पहुंचा देंगे। इसके लिए उन्होंने सभी से 605 रुपए लिए हैं।

पालकमंत्री ने दिए टिकट के पैसे

अविनाश कातडे, उपजिलाधिकारी ने बताया कि सभी यात्रियों के टिकट की पूरी व्यवस्था पालकमंत्री नितीन राऊत ने की है। कुल 1000 लोगों को भेजा गया है। एक टिकट 605 रुपए का है।

वर्धा से बरौनी रवाना हुई श्रमिक स्पेशल

उधर वर्धा स्टेशन से बरौनी तक 01910 वर्धा-बरौनी श्रमिक स्पेशल चलाई गई। वर्धा से ट्रेन 3 बजे रवाना हुई जो कि अगले दिन 11.40 बजे बरौनी पहुुंचेगी। इसमें वर्धा जिले के 670 और चंद्रपुर जिले के 349 लोग बराैनी के लिए निकले। इनके टिकट का खर्च कांग्रेस कमेटी द्वारा उठाया गया। कुल 6 लाख 47 हजार 800 रुपए के टिकटों की व्यवस्था की गई।

पनवेल से रीवा के लिए रवाना हुए 1200 प्रवासी मजदूर

वहीं श्रमिक विशेष ट्रेन से 1200 प्रवासी मजदूर मंगलवार की देररात पनवेल से मध्यप्रदेश के रीवा के लिए रवाना हुए। मध्य रेलवे ने अपने टि्वटर हैंडल पर बताया कि ट्रेन नवी मुंबई के पनवेल स्टेशन से देर रात 12 बजकर 45 मिनट पर रवाना हुई। इस ट्रेन में वे यात्री सवार हैं जिनके नाम राज्य सरकार ने दिए और जिनका पंजीकरण किया गया। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि करीब 1,200 प्रवासी कामगार सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए 24 बोगियों वाली विशेष ट्रेन में सवार हुए। मंगलवार रात को मध्य रलवे ने पड़ोसी ठाणे जिले के कल्याण जंक्शन से दो श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई। इनमें से एक ट्रेन रात आठ बजकर 37 मिनट पर करीब 1,200 प्रवासियों को लेकर बिहार के दरभंगा के लिए रवाना हुई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दूसरी ट्रेन करीब 930 प्रवासी कामगारों के साथ रात करीब 11 बजे आंध्र प्रदेश में गुंतकल के लिए रवाना हुई। दो मई के बाद से लेकर अब तक मध्य रेलवे ने मुंबई महानगर क्षेत्र भिवंडी, कल्याण और पनवेल स्टेशनों से मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए पांच श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई हैं।
 

 

 

Created On :   6 May 2020 3:21 PM GMT

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