कर्ज लिया नहीं और हो गए कर्जदार तीन हजार किसान

Three thousand farmers became borrower without taking the loan
कर्ज लिया नहीं और हो गए कर्जदार तीन हजार किसान
कर्ज लिया नहीं और हो गए कर्जदार तीन हजार किसान

डिजिटल डेस्क, शहडोल। मुख्यमंत्री कृषि ऋण माफी योजना पर कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन इसमें फर्जीवाड़े के मामले सामने आने लगे हैं। योजना के तहत ऐसे किसानों से भी गुलाबी रंग के आवेदन भरवाए जा रहे हैं, जिन्होंने किसी प्रकार का कृषि ऋण नहीं लिया था और ऋणी की सूची में उनके भी नाम पोर्टल में दिखाई दे रहे हैं। अभी तक जिले के 3585 से अधिक ऐसे किसानों ने गुलाबी आवेदन भरे हैं जो बिना कर्ज लिए ही कर्जदार हो गए हैं। योजना के तहत गुलाबी रंग के आवेदन भरवाने का उद्देश्य ही यही है कि वास्तविक ऋणी किसानों का डाटा सामने आए और उन्हें शासन की मंशानुसार ऋण माफी का लाभ दिलाया जा सके।

जांच में सामने आएगा मामला
कृषि ऋण वितरण में कितनी और किस प्रकार की धांधली हुई है, इस सच्चाई का पता आवेदन फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद परीक्षण में सामने आ पाएगी। आधार लिंक तथा गैर लिंक वाले किसानों के साथ बिना ऋण वाले किसानों से 5 फरवरी तक आवेदन लिए जाएंगे। इसके बाद उन आवेदनों की जांच कराई जाएगी जो जबरन के ऋणी हो गए हैं। पोर्टल में जो सूची आई है उसमें से अब 3585 किसान आवेदन कर चुके हैं।

ऑन लाइन की प्रक्रिया धीमी
योजना के तहत समूची प्रक्रिया 22 फरवरी तक पूर्ण करना है। पोर्टल के अनुसार 32925 किसानों को ऋण माफी योजना के पात्र पाया गया है। इनमें से 8058 किसानों के आधार बैंक से लिंक हो चुके हैं। जबकि 24868 किसानों के आधार बैंक से लिंक होने हैं। 3 फरवरी तक की स्थिति में हरा, सफेद व गुलाबी मिलाकर 27203 किसानों के आवेदन फार्म प्राप्त हो चुके थे। इन आवेदनों को जनपद पंचायतों के माध्यम से ऑन लाइन फीडिंग करानी है। उप संचालक कृषि जेएस पेंद्राम ने बताया कि जिन किसानों के नाम जबरन ऋण सूची में शामिल हैं और जिन्होंने मियांद तक जमा करा दिया है वे भी आवेदन कर सकेंगे। जिन्होंने ऋण पटा दिया है वह उनके खातों में आएगी।

कार्य में तेजी लाएं
कलेक्टर अनुभा श्रीवास्तव ने उप संचालक कृषि को निर्देशित किया है कि जय किसान ऋण माफी योजना से संबंधित प्राप्त शिकायतों को एकत्रित कर उनकी फीडिंग कराएं एवं उनका त्वरित निराकरण कर अपलोड करें। सहकारी बैंक प्रबंधक योजना से संबंधित समस्त जानकारियों को अद्यतन करें तथा किसानों से संबंधित सभी कार्य त्वरित गति से निराकृत करायें। योजना के आवेदनों की फीडिंग में हीलाहवाली कर रहे डाटा ऑपरेटरों को चिन्ह्ति कर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें।

Created On :   4 Feb 2019 11:00 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story