कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क ही वैक्सीन - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री टोंक जिला मुख्यालय पर जागरूकता मोटर साईकिल रैली को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
डिजिटल डेस्क, जयपुर। 5 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री एवं टोंक जिला प्रभारी डॉ.रघु शर्मा ने कहा कि कोविड-19 महामारी में आम आदमी को बचाना सरकार का लक्ष्य है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क ही वैक्सीन है। यह बात आम आदमी को समझनी होगी। इसलिए सरकार ने पूरे राज्य में एक माह के लिए जन जागरूकता आन्दोलन चलाया है। इस जन आन्दोलन में जनता के सहयोग से ही कामयाबी मिल सकती है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, एनजीओ, भामाशाह, समाजसेवियों, एनएसएस, एनसीसी, शिक्षकों से कहा कि इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोडे। हर व्यक्ति को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें। कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई जन आन्दोलन की मुहिम के तहत सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने टोंक जिला मुख्यालय पर जागरूकता मोटर साईकिल रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। जिसके तहत आमजन को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने का काम किया जाएगा। इसका मकसद कोरोना वायरस के बढते संक्रमण को नियन्ति्रत करना है। इस जन आन्दोलन के लिए राज्य सरकार द्वारा एक करोड़ मास्क बनवाए गए है और जरूरत पड़ने पर मास्क की कमी नहीं आने दी जाएगी। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए डॉ.शर्मा ने कहा कि राजस्थान में पहला कोरोना पॉजिटिव केस आने के समय इस महामारी से लडने के लिए हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं था। लेकिन विगत सात माह में राज्य सरकार ने हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का कार्य किया है। आज हम कह सकते है कि राजस्थान में पर्याप्त मात्रा में वेंटिलेटर, आईसीयू बैड, ऑक्सीजन सपोर्ट बैड एवं सामान्य बैड की सुविधा है। टोंक जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन हटाने के पश्चात पॉजिटिव केस की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। जिसे देखते हुए राज्य में दुबारा लॉकडाउन लगाने की मांग उठने लगी थी। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सभी राजनैतिक दलों, प्रतिष्ठित डॉक्टरों एवं प्रबुद्धजनों से बात कर यह निर्णय लिया कि लॉकडाउन लगाना राज्य व देश के हित में नहीं है। लॉकडाउन इस महामारी से बचाव का स्थाई समाधान नहीं है। डॉक्टर्स के अनुसार अगर राजस्थान की 7 करोड़ जनता एक महिने तक मास्क लगाए तो इस संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सकता है। इसलिए सभी लोगो को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही दो गज की दूरी, साबुन से बार-बार हाथ धोना, सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूंकना की पालना की जाए तो इस महामारी पर काबू पाया जा सकता है। टोंक जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस महामारी के दौर में सरकार हर कदम पर आमजन के साथ खडी है। राजस्थान में इस बीमारी की रिकवरी रेट 84 प्रतिशत है, जो देश के दस बडे राज्यो में सबसे बेहतर है। मृत्यु दर निरन्तर कम हो रही है। लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है। यह वायरस शरीर के अंगो पर बुरा प्रभाव डालता है। इसलिए बचाव ही उपाय है। उन्होंने कहा कि प्लाजमा थैरेपी भी राज्य में सात स्थानों पर शुरू की गई थी। जिसके परिणाम सुखद रहे हैं। चिकित्सा विभाग में 765 डॉक्टरों की भर्ती पूर्व में की जा चुकी है, 2 हजार डॉक्टर की भर्ती चल रही है। एएनएम एवं जीएनएम के 12 हजार 500 पद, लैब टेक्नीशियन, सहायक रेडियोग्राफर के पद भरें जा रहे है। विगत सात माह में राज्य में 38 स्थानों पर टेस्टिंग की सुविधा शुरू की गई है। जिसमें 22 जिले कवर हुए है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टोंक जिले में इस माह में टेस्टिंग की सुविधा शुरू की जाएगी। साथ ही ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भी लगाया जाएगा। ताकि इस महामारी से मुकाबला बेहतर ढंग से किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिले के हैल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में सरकार की ओर से कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। टोंक जिला प्रभारी मंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान आमजन को मास्क, सेनेटाइजर, थर्मल स्कैनर, ड्राईफूड के पैकेट एवं अन्य चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराने वाले भामाशाहों एवं दानदाताआें को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया। विधायक निवाई-पीपलू श्री प्रशांत बैरवा ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे जन आन्देालन मेंं सभी अपनी भागीदारी निभाएं। ताकि इस अभियान को सफल बनाया जा सके।
Created On :   6 Oct 2020 1:49 PM IST