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टीपी किसी खदान की - रेत निकाली जा रही थी कहीं और से
अब वंशिका ने शुरू किया टीपी का खेल -पोड़ी खदान के पास रेत से लदे तीन हाईवा जब्त किए गए
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले में रेत खदानों के समूहों का ठेका लेने वाली वंशिका कंस्ट्रक्शन ग्रुप ने अब टीपी का खेल शुरू कर दिया है। एक खदान की टीपी पर दूसरे खदान से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। रविवार को पोड़ी तिराहे के पास पुलिस व राजस्व विभाग की टीम ने रेत से भरे तीन हाइवा पकड़े हैं। जब टीपी की जांच की गई तो टीपी (रायल्टी पिट पास) रोहनिया खदान की निकली। प्रकरण खनिज विभाग को सौंप दिया गया है। जानकारी के अनुसार रविवार को ब्यौहारी के नायब तहसीलदार अमित मिश्रा की अगुवाई में राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम ने रेत से लोड तीन हाइवा जब्त किए। पोड़ी तिराहे के पास से हाईवा एमपी 17 एचएच 2358 चालक धीरेन्द्र अग्निहोत्री, एमपी 17 एचएच 03005 चालक राकेश कुमार पाण्डेय, एमपी 17 एचएच 4324 चालक जयकुमार को पकड़ा गया है। जब अधिकारियों ने टीपी देखी तो वह किसी और खदान की थी, जबकि रेत पोड़ी खदान से निकली जा रही थी। पुख्ता रिकॉर्ड नहीं होने पर तीनों वाहनों को रात में थाने लाकर खड़ा किया गया। सोमवार को इसकी जानकारी खनिज विभाग को दी।
किया जा रहा अवैध उत्खनन
जानकारी के अनुसार वंशिका ग्रुप को जयसिंहनगर ब्लॉक के ग्राम पोड़ी कला-3 खसरा नंबर 2055/2063 के रकवा 3.900 हेक्टेयर में सतही रेत के उत्खनन एवं परिवहन की अनुज्ञा मिली हुई है। वंशिका ग्रुप द्वारा शासन द्वारा निर्धारित मात्रा के समतुल्य जारी किए गए रॉयल्टी पर्ची का इस्तेमाल कर लिया गया है। वर्तमान में रॉयल्टी पर्ची के अभाव में पोड़ीकला-3 से रेत का अवैध उत्खनन कर जिले के अन्य रेत खदानों की रॉयल्टी पर्ची से अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा है। पिछले दिनों ब्यौहारी के पूर्व विधायक रामपाल सिंह सहित अन्य लोगों ने कलेक्टर से इसकी शिकायत भी की थी। रविवार को हुई कार्रवाई से इस बात की पुष्टि हो गई है।
लोक सुनवाई में बताएं समस्या
वंशिका ग्रुप को जिले में सात खदानों के संचालन के लिए अनुमति मिलनी है। इससे पहले इन खदानों के लिए लोक सुनवाई की जाएगी। 9 मार्च से लोक सुनवाई शुरू होनी हैं। इसमें संबंधित क्षेत्र के लोगों की आपत्ति और सुझाव लिए जाएंगे। जिन खदानों के लिए लोक सुनवाई होनी है, उनमें मसीरा, पसौढ़, बराछ 1, बराछ 2, बरकछ, पोड़ीकला और लोढ़ी शामिल हैं। कलेक्टर या अपर कलेक्टर की मौजूदगी में होने वाली लोक सुनवाई में संबंधित क्षेत्र के लोगों से चर्चा की जाएगी कि इन रेत खदानों के शुरू होने से पर्यावरण या उनके जीवन पर तो किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा। लोगों की आपत्ति और समस्याओं का मौके पर ही समाधान भी किया जाएगा।
Created On :   2 March 2021 5:24 PM IST