व्यापारियों ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर जताया विरोध

Traders protest against rising prices of petrol and diesel
व्यापारियों ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर जताया विरोध
व्यापारियों ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर जताया विरोध

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चेंबर ऑफ कॉमर्स ने बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों का विराेध करते हुए केंद्र और राज्य सरकार की घोर निंदा की है। शहर में पहली बार पेट्रोल 100 रुपए से ज्यादा के मूल्य पर मिल रहा है। चेंबर के पूर्व अध्यक्ष सीए कैलास जोगानी ने साइकिल से अपने ऑफिस जाकर विरोध जताया। उन्होंने बताया कि बंगाल चुनाव के बाद 10 बार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है। देश के अधिकतर भाग में पेट्रोल 100 के पास िबक रहा है। मध्यप्रदेश के सभी तथा महाराष्ट्र के 30 िजलों में पेट्रोल 100 के पार हो गया है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से महंगाई भी बढ़ने लगी है। डीजल बढ़ने का सीधा असर ट्रांसपोर्टेशन व फूड महंगाई पर पड़ता है। केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा जल्द से जल्द पेट्रोल-डीजल पर टैक्स व सेस कम कर आम जनता को राहत देनी चाहिए। सन् 2014 में जब मोदी सरकार केंद्र में आई, तब पेट्रोल पर 9.48 प्रतिशत तथा डीजल पर 3.56 प्रतिशत टैक्स केंद्र सरकार वसूल रही थी। आज केंद्र सरकार पेट्रोल पर 32.98 और डीजल पर 31.83 प्रति लीटर टैक्स वसूल रही है। मई 2020 में क्रूड के भाव 10 डालर प्रति बैरल तक आने के बावजूद केंद्र ने इसका फायदा आम जनता को नहीं दिया था। इसके विपरीत पेट्रोल पर 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर टैक्स बढ़ाया था। महाराष्ट्र में पेट्रोल पर 25 प्रतिशत तथा डीजल पर 21 प्रतिशत वैट है। इसके अतिरिक्त पेट्रोल पर 10 रुपए प्रति लीटर तथा डीजल पर 3 रुपए प्रति लीटर सेस भी लग रहा है। राज्य सरकार ने भी सेस में कमी कर आम जनता को राहत देनी चाहिए। नागपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स ने सरकार से अनुरोध िकया है िक पेट्रोल-डीजल का भाव 80-90 रुपए प्रतिलीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए। पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के अंतर्गत लाना चाहिए।

पेट्रोल 100 रुपए पार होने पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। शहर कांग्रेस कमेटी के सचिव रोहित यादव के नेतृत्व में पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि के खिलाफ जरीपटका में प्रदर्शन किया। यादव ने तंज कसते हुए कहा कि यह अच्छे दिन की शुरुआत है। इस अवसर पर विक्की शर्मा, सचिन यादव, कपिल अरखेल, प्रकाश पटले, रोहित बीनकर मौजूद थे।

यह मोदी की नाकामी : अनीस 

पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. अनीस अहमद ने ईंधन की कीमतों में भारी वृद्धि के लिए केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा ने दिखा दिया कि उसे और केंद्र सरकार को आम जनता की परवाह नहीं है। यह शर्म की बात है कि पेट्रोल की दरें 100 रुपए प्रति लीटर के स्तर को पार कर गई हैं। क्या यही अच्छे दिन का मोदी जी का वादा था। उत्पाद शुल्क वृद्धि को वापस क्यों नहीं लिया जा रहा है। लॉकडाउन में लोग परेशान हैं। सरकार को ईंधन की कीमतों को तुरंत कम करना चाहिए। 

पेट्रोल के भाव को लेकर राकांपा ने केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। राकांपा ने कहा कि पेट्रोल के भाव 100 रुपए प्रति लीटर से अधिक है। केंद्र सरकार का महंगाई पर नियंत्रण नहीं है। कोरोना संकट में नागरिकों पर दोहरा आर्थिक संकट पड़ रहा है। शनिवार को राकांपा के शहर अध्यक्ष अनिल अहिरकर के नेतृत्व में विविध क्षेत्रों में प्रदर्शन में पार्टी के विभागीय अध्यक्ष, युवा आघाड़ी, विविध फ्रंटल के प्रमुख शामिल हुए। अहिरकर ने कहा कि महंगाई दर 10.49 प्रतिशत है। 11 वर्ष में यह सबसे अधिक है। मूल्य कम नहीं होने पर अहिरकर ने आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी। आंदोलन में श्रीकांत शिवनकर, राजू जैन, विक्रम परिहार, प्रकाश लिखानकर, धनंजय देशमुख, जतीन झाडे, आकाश चिमनकर शामिल हुए।

Created On :   30 May 2021 3:58 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story