मण्डला रोड पर नागाघाटी में ट्रैफिक अब भी जाम, बारिश थमी तो भी सुधार नहीं हो सका

Traffic in Nagaghati on Mandla road still jammed, rain could not improve even
मण्डला रोड पर नागाघाटी में ट्रैफिक अब भी जाम, बारिश थमी तो भी सुधार नहीं हो सका
मण्डला रोड पर नागाघाटी में ट्रैफिक अब भी जाम, बारिश थमी तो भी सुधार नहीं हो सका

पहाड़ी का चक्कर लगाकर जा रहे वाहन, पहाड़ के पत्थर अब भी पूरी सड़क तक फैले, रात के वक्त अचानक कोई सीधा चला जाए तो जान को खतरा, सड़क बनने के बाद से लगातार भू-स्खलन
डिजिटल डेस्क जबलपुर
। मण्डला रोड में बरेला से आगे नागाघाटी के पहाड़ी एरिया में यातायात अब भी बाधित है। इस पहाड़ी एरिया से गुजरने वाली सड़क को  मानसून सीजन खत्म होने के बाद नहीं खोला जा सका है। किसी भी तरह का सुधार नहीं हुआ और सड़क में पहाड़ी के पत्थर अब बीच रोड  तक पड़े हैं। इस मार्ग में पहाड़ी एरिया में रूट डायवर्ट किया गया है। जो सड़क इसके विकल्प के रूप में उपयोग की जा रही है वह भी नुकीले पत्थरों से अटी हुई है। वाहनों के टायर पंक्चर हो जाएँ वैकल्पिक सड़क इस हाल में है। मार्ग में विशेष खतरा रात के वक्त है, यदि कोई वाहन चालक नागाघाटी की पहाड़ी एरिया में चला जाए तो बड़ा हादसा तक हो सकता है। एमपीआरडीसी ने हालाँकि सूचना फलक लगाया है कि मार्ग डायवर्ट किया गया है पर यह सूचना फलक रात के समय दिखाई तक नहीं देता है। कुल मिलाकर इस पूरे एरिया में सफर अभी खतरों से भरा हुआ है।  
गौरतलब है कि नागाघाटी में भू-स्खलन की समस्या जब से नया मार्ग बना है तभी से है। हर बारिश के समय यहाँ पर लैण्ड स्लाइड की स्थिति निर्मित होती है। इस बार भी बारिश शुरू होने के साथ पहाड़ से पत्थर अलग होकर रोड के बीच तक आ गये। मार्ग को इन हालातों में बंद कर दिया गया। बीते साल इसमें कुछ सुधार हुआ, मुंबई से विशेषज्ञ बुलाकर पहाड़ी को तारों से बाँधा गया पर यह सुधार किसी भी तरह से टिक न सका। अब एक बार फिर से पहाड़ी हिस्से का भू-स्खलन बड़ी समस्या बन गई है। दो पहिया वाहन चालक जो मार्ग बंद होने के बाद भी निकलते हैं वे खतरों को मोल लेकर निकल रहे हैं। एमपीआरडीसी का कहना है कि जलद सुधार होगा पर बारिश थमे एक माह से ज्यादा वक्त बीत गया पर किसी तरह से सुधार या मरम्मत यहाँ पर नजर नहीं आ रही है।
मण्डला सड़क के पहले हिस्से में  
मण्डला जबलपुर सड़क को दो हिस्सों में बनाया जा रहा है। पहला हिस्सा चूल्हा गोलाई से बरेला डोबी गाँव तक है। दूसरा हिस्सा डोबी गाँव से बीजाडाण्डी होते हुये मण्डला की सीमा तक है। पहला हिस्सा 22 किलोमीटर का है जो पूरा हो गया केवल नागाघाटी के इस हिस्से में समस्या है तो दूसरे हिस्से में 14 किलोमीटर सड़क अब तक नहीं बन सकी है। कुल मिलाकर नागाघाटी हिस्से में सड़क बनने के बाद भी लोगों को परेशानी लगातार बनी हुई है।
 

Created On :   20 Oct 2020 8:44 AM GMT

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