स्टील प्लेटेड कवर्ड वाहनों से ही हो कोयले का परिवहन - एनजीटी का फरमान 

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स्टील प्लेटेड कवर्ड वाहनों से ही हो कोयले का परिवहन - एनजीटी का फरमान 

डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ)। एनजीटी ओवर साइट कमेटी चेयरमैन जस्टिस राजेश कुमार ने दो टूक शब्दों में कहा है कि  60 दिन के अंदर सिंगरौली-सोनभद्र में कोयले का परिवहन हर हाल में स्टील प्लेटेड कवर्ड वाहनों से ही किया जाए। इसमें अब किसी तरह के किंतु परंतु वे नहीं सुनेंगे। कोयला सप्लाई करने वाले प्रोजेक्ट और कोयला लेने वाली कंपनियां मिलकर इस स्थिति के पालन को सुनिश्चित कराएं और प्रदूषण विभाग के अफसरों के साथ जिला प्रशासन इस पर अमल कराने सजग रहे। श्री कुमार ने यह फरमान सोमवार को एनटीपीसी विंध्याचल के परिसर में प्रदूषण की स्थितियां और उसके निराकरण के दिशा में चल रहे कामों की समीक्षा की। 
उल्लेखनीय है कि एनजीटी ने पिछले साल भी इस दिशा में कड़ाई से पालन कराने का प्रयास किया था लेकिन उस बीच मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच जाने के बीच इस दिशा में काम नहीं हो सका। सिंगरौली में प्रदूषण को लेकर लगातार एनजीटी में याचिकाएं लगाने वाले अधिवक्ता अश्विनी दुबे कहते हैं कि लेंको की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने उसे एनजीटी की ओवरसाइट कमेटी के समक्ष जाने कहा था। अब जब लेंको का पक्ष सुन लिया गया है तभी जस्टिस राजेश कुमार ने अब कर्वर्ड कोल ट्रांसपोर्टिंंग के लिए 60 दिन का समय तय किया है। 
ऐश डाइक की क्षमताएं जांचे
जानकारों के अनुसार बैठक में जस्टिस राजेश कुमार ने सभी पावर प्लांट प्रबंधन से कहा है कि वे अपनी-अपनी ऐश डाइक की क्षमताओं की एक बार पुन: किसी अधिकृत तकनीकी संस्था से जांच कराएं और यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में किसी भी ऐश डाइक में एस्सार और विंध्याचल जैसे हालात न बनें।  तीन दिवसीय सिंगरौली- सोनभद्र जिले के दौरे पर आए एनजीटी ओवर साइट कमेटी के चेयरमैन जस्टिस कुमार ने कहा कि ऐश डाइक की क्षमता और उसके रखरखाव की अनदेखी की से वह स्थानीय लोगों, जल स्रोतों, जलीय जीवों एवं  पर्यावरण के लिए चुनौती बन रहीं हैं। 
समस्याओं को करें दूर
जस्टिस कुमार ने विद्युत उत्पादन परियोजनाओं के जिम्मेदारों से पर्यावरण मानकों एवं स्थानीय बसाहट की समस्याओं को नजअंदाज नही करने के निर्देश देते हुए समय- समय पर निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण करते रहने की नसीहत दी। कमेटी के चेयरमैन जस्टिस कुमार ने एनसीएल, एनटीपीसी, सासन पावर, हिण्डालको, एस्सार, लेंको अनपरा समेत कोयला एवं विद्युत परियोजनाओं के प्रतिनिधियों से प्रदूषण कम करने के उपायों, समस्याओं एवं पूर्व में दिए गए निर्देशो पर प्रगति के संबंध में वन-टू-वन चर्चा कर जानकारी मांगी। कमेटी ने स्टोन क्रेंशर्स को कैनवास के कपडे से ढकऩे के निर्देश दिए हैं। साथ ही औड़ी शक्तिनगर मार्ग का कार्य शीघ्र ही शुरू कराने के भी निर्देश दिए है।बताया गया कि ओवर साइट कमेटी की बैठक में चेयरमैन द्वारा मोरवा की सडक़ की स्थिति पर जानकारी मांगी। जिस पर कलेक्टर चौधरी ने मोरवा की सडक़ निर्माण के संबंध में नेशनल हाइवे से चर्चा कर आगे की प्रगति संबंधी जानकरी देने की बात कही है। 
स्टोन माइंस में फ्लाईऐश डालेगा विंध्याचल
बताया जाता है कि बैठक में फ्लाईऐश यूटीलाइजेशन का भी मामला उठाया गया। जिस पर  एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा मकरोहर की खाली पडी स्टोन माइंस में फ्लाईऐश डालने का आश्वासन दिया गया है। साथ ही आसपास की सडक़ों की मरम्मत करने की बात कही है। 
ये रहे मौजूद
इस मौके पर कलेक्टर केव्हीएस चौधरी, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के डायरेक्टर एसके गुप्ता, विंध्याचल के कार्यकारी निदेशक देवाशीष सेन, सोनभद्र क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम एवं मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सिंगरौली के प्रभारी क्षेत्रीय अधिकारी एसडी बाल्मीकि, बीना के महाप्रबंधक राजेन्द्र राय, समेत सासन पावर, जेपी पावर, एस्सार पावर, हिडालको, लेंको, एनसीएल एवंं अन्य परियोजनाओं के लोग मौजूद रहे।
 

Created On :   18 Dec 2019 2:25 PM IST

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