जेल को सुधारगृह समझकर जीवन में परिवर्तन लायें: ब्रह्माकुमारी बहिनजी

Treating jail as a correction home, bring change in life: Brahma Kumari sister
जेल को सुधारगृह समझकर जीवन में परिवर्तन लायें: ब्रह्माकुमारी बहिनजी
पन्ना जेल को सुधारगृह समझकर जीवन में परिवर्तन लायें: ब्रह्माकुमारी बहिनजी

डिजिटल डेस्क, पन्ना। मनुष्य जन्म से अपराधी नहीं होता गलत संगत नशा तथा क्रोध सहित अन्य कारणों की वजह से वह अपराध करता है। अपराधमुक्त बनने के लिये गलतियों को महसूस करना जरूरी है कर्मे ही मनुष्य को अच्छा बनाता हेै। उक्त आशय की बात ब्रह्मकुमारी सीता बहिन जी द्वारा जेल में आयोजित कार्यक्रम में कैदियों को समझाईस देते हुये व्यक्त किये गये। उन्होनें कहा कि जेल को सुधार गृह मानकर परिवर्तन करें। गलतियों से दूर रहने का प्रयास करना करना चाहिये। उन्होनें कहा कहा कि मैं ही मनुष्य को अच्छा और बुरा बनाता है। मनुष्य अपने आपको जब तक पहचान नही लेता तब तक वह भटकता रहता है। मनुष्य को अपनी इंद्रियों को वश करके अच्छे कर्मे करना चाहिये। ध्यान करने से इंद्रियां संयमित होती है तथा मनोबल बढ़ता है। आयोजित कार्यक्रम के दौरान उप जेल अधीक्षक पन्ना राजेन्द्र कुमार मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल के लंबे अंतराल के बाद जिला जेल में पहली बार इस तरह कोई कार्यक्रम हुआ है। निरूद्ध बंदियों को ज्ञान मिला है उसे अपने जीवन में उतारकर बदलाव करें। पूर्व प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पन्ना श्रीमती निशा जैन ने कहा कि एक क्षण के क्रोध होनी की जगह पाप का भागीदार बना देता है इसलिये सभी को अपनी अतीत से प्रेरणा लेकर सुधार करना चाहिये। कार्यक्रम के दौरान बंदियों ने अपने जीवन मे परिवर्तन करने का संकल्प लिया।  
 

Created On :   27 May 2022 4:12 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story