आदिवासी परिवार ने अपनाया दूसरा धर्म, तो समाज ने कर दिया सामाजिक बहिष्कार

Tribal family adopted another religion, so society boycotted
आदिवासी परिवार ने अपनाया दूसरा धर्म, तो समाज ने कर दिया सामाजिक बहिष्कार
एक ही परिवार के 12 लोगों से कहा- हमारी पंरपराएं नहीड्ड मानी तो नही रखेंगे व्यवहार आदिवासी परिवार ने अपनाया दूसरा धर्म, तो समाज ने कर दिया सामाजिक बहिष्कार


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। एक आदिवासी परिवार ने दूसरा धर्म अपनाया तो सामाजिक पंचायत ने उस परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। यह मामला जिले के आदिवासी अंचल बिछुआ विकासखंड के ग्राम अंबाड़ी का है। खमारपानी के निकटत्म ग्राम अंबाड़ी में रविवार को अल सुबह 7 बजे गांव के आदिवासी समाज की सामाजिक पंचायत बैठी। इस पंचायत में गांव का एक परिवार जिसने दूसरा धर्म अपना लिया है उसे बुलाया गया। सामाजिक पंचों ने धर्मांतरण करने वाले परिवार के 12 सदस्यों से कहा कि वे दूसरा धर्म अपनाकर उसी धर्म के रीति रिवाज मान रहे हैं इसलिए अब वे आदिवासी सामाज की परंपराओं से बाहर हो गए हैं। अब गांव का कोई भी सामाजिक सदस्य उस परिवार के अच्छे-बुरे कार्यों में शामिल नही होगा न ही उस परिवार से कोई सामाजिक सरोकार रखेगा और न ही विवाह या मृत्यु में शामिल होगा। इस बात को लेकर विवादित स्थिति बन गई और मामला गर्मा गया। विवाद के बाद गांव में पहुंची खमारपानी चौकी पुलिस ने एक युवक पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है।
विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पहुंचे अंबाड़ी
धर्मांतरण पर मचे बवाल के बाद विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी सोमवार को अंबाड़ी पहुंचे यहां उन्होंने दोनों पक्षों से बात की है। सोमवार को भी गांव में तनाव पूर्ण स्थिति रही है। लेकिन कोई विवाद नही हुआ है। हालांकि यह मामला अब तक प्रशासन तक नही पहुंचा है। विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि धर्मांतरण पर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को कार्रवाई के लिए शिकायत की जाएगी।
क्या है धर्मांतरण पर प्रतिक्रिया....
- कतिपय लोग गांव के लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करा रहे हैं, यह गलत है। इस मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में अधिकारियों से शिकायत की जाएगी।
-अरङ्क्षवद प्रताप सिंह, जिला अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद
- धर्म परिवर्तन जैसी घटनाएं गलत हैं, जो लोग भी ये कर रहे हैं उनके खिलाफ जिला प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए। आदिवासियों के साथ हो रही इस तरह की घटनाओं पर कार्रवाई होना जरूरी है।
-झमकलाल सरेयाम, जिला अध्यक्ष भारतीय गोंडवाना पार्टी
- गांव में रविवार की सुबह सामाजिक पंचायत हुई थी, जिसमें दूसरा धर्म अपनाने वाले परिवार को समाज से अलग करने की बात की जा रही थी तभी विवाद हुआ था, मुझे भी बाद में जानकारी लगी है।
-विनोद कुमरे, सरपंच ग्राम पंचायत अंबाड़ी।
क्या कहते हैं अधिकारी....
गांव में विवाद हुआ था जिसके बाद गांव के एक युवक के खिलाफ पंचायत ने प्रस्ताव दिया है। पंचायत के प्रस्ताव पर युवक के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है।
-पीएस बालरे, एसडीओपी चौरई

Created On :   31 Aug 2021 3:45 PM IST

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