एक दर्जन केन्द्रों में बारदाना का संकट, खरीदी ठप, परिवहन भी लडखड़़ाया

Trouble of gunny in a dozen centers, stalled purchase, transportation also stumbles
एक दर्जन केन्द्रों में बारदाना का संकट, खरीदी ठप, परिवहन भी लडखड़़ाया
एक दर्जन केन्द्रों में बारदाना का संकट, खरीदी ठप, परिवहन भी लडखड़़ाया

डिजिटल डेस्क कटनी । धान खरीदी में हुई अराजकता इस बार गेहूं उपार्जन में भी नजर आने लगी है। अभी जब खरीदी के लिए दस दिन शेष बचे हैं तब बारदाना का संकट गहराया गया है। जिले के एक दर्जन से अधिक केन्द्रों में एक सप्ताह से बारदाना नहीं होने से गेहूं खरीदी तो प्रभावित हो ही रही है, परिवहन पर भी असर पड़ रहा है। परिवहन नहीं होने से किसानों को गेहूं की रकम का भुगतान भी लटक गया है। अधिकारियों की फटकार और चेतावनी के बाद भी व्यवस्थाओं में सुधार नजर नहीं आ रहा है। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने जिले में खरीदी केन्द्रों की संख्या बढ़ाकर 102 कर दी गई है। जहां मैसेज आने के बाद ही किसान उपज लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन अब किसानों को तीन-तीन दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसा नहीं कि इस समस्या से अधिकारी अनजान हों लेकिन अराजकता के आगे बेबस नजर आ रहे हैं।
हफ्ते भर से खरीदी प्रभावित
कछारगांव में एक सप्ताह से बारदाना समाप्त हो चुके हैं। यहां के केन्द्र प्रभारी ने हफ्ते भर पहले 50 गठानों की मांग भेजी थी लेकिन अब तक बारदाना नहीं भेजे जा सके हैं। इसी तरह धरवारा में भी चार दिन से बारदाना नहीं हैं, यहां 30 गठानों की डिमांड की है। बारदाना नहीं होने से गेहंू का परिवहन भी ठप है। जिले के 11 केन्द्रों में 350 गठान बारदाना मांगे हैं। सभी केन्द्रों में तीन से चार हजार क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है। बुधवार तक कछारगांव में 309 किसानों से 17489 क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा चुकी थी और परिवहन 10 क्विंटल हो पाया है। झिन्ना पिपरिया में 321 किसानों से 19810 क्विंटल खरीदी हुई है जबकि परिवहन 13657 क्विंटल हुआ है। ढीमरखेड़ा में 331 किसानों से 14307  क्विंटल  की खरीदी हुई है, यहां चार हजार क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा है। टोला में 168 किसानों से 11651 क्विंटल में से मात्र 6376 क्विंटल  का ही परिवहन हो पाया है। यह वही केन्द्र हैं, जहां से बारदाना की लगातार डिमांड की जा रही है। खास बात यह है कि बारदाना की सप्लाई केवल  ढीमरखेड़ा ब्लाक में प्रभावित हुई और बरही के बाद इसी बेल्ट सबसे अधिक गेहूं उत्पादन होता है। इसी क्षेत्र में परिवहन भी सुस्त है।
कमिश्नर के निर्देश बेअसर
गेहूं खरीदी पर नियंत्रण मप्र राज्य विपणन संघ का है और यह विभाग बारदाना सप्लाई, गेहूं के परिवहन में लगभग फेल हो चुका है। जबलपुर के संभागायुक्त ने कटनी प्रवास के दौरान गेेहूं के परिवहन की लचर व्यवस्था पर नाराजगी जताई थी और सात दिन में 90 प्रतिशत परिवहन के निर्देश दिए थे। एक पखवाड़ा बाद भी हालात जस के तस हैं। तीन दिन पहले कलेक्टर ने भी गेहंू उपार्जन की समीक्षा कर परिहवन एवं बारदाना सप्लाई में सुधार करने निर्देश दिए थे। यहां कमिश्नर, कलेक्टर के निर्देशों का भी असर नहीं हो रहा है। बुधवार तक 24424 किसानों से 13 लाख, 11178 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी थी। इसमें से 942810 मीट्रिक टन का परिवहन हो पाया था और तीन लाख, 68376 मीट्रिक टन गेहूं खरीदी केन्द्रों में ही पड़ा था।
 

Created On :   15 May 2020 3:53 PM IST

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