टीआरपी धोखाधड़ी मामले में रिपब्लिक के सीईओ से नौ घंटे पूछताछ, विज्ञापन देने वाली एजेंसियों पर भी कसा शिकंजा

Nine-hours inquiry with Republic CEOs in TRP fraud case
टीआरपी धोखाधड़ी मामले में रिपब्लिक के सीईओ से नौ घंटे पूछताछ, विज्ञापन देने वाली एजेंसियों पर भी कसा शिकंजा
टीआरपी धोखाधड़ी मामले में रिपब्लिक के सीईओ से नौ घंटे पूछताछ, विज्ञापन देने वाली एजेंसियों पर भी कसा शिकंजा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पैसे देकर फर्जी तरीके से टीआरपी हासिल करने के मामले में रविवार को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने रिपब्लिक टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विकास खानचंदानी से नौ घंटे पूछताछ की। खानचंदानी के अलावा रिपब्लिक के चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर (सीओओ) हर्ष भंडारी से भी करीब पांच घंटे पूछताछ हुई। मामले में रिपब्लिक टीवी के डिस्ट्रिब्यूशन हेड घनश्याम सिंह का भी बयान दर्ज किया गया है। सिंह दमन में थे और मुंबई पुलिस ने वहां जाकर सिंह का बयान दर्ज किया। इससे पहले सिंह ने पूछताछ के लिए समन भेजे जाने के बाद मुंबई के बाहर होने का हवाला देकर पेशी से छूट मांगी थी। पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के चीफ फाइनांस ऑफीसर (सीएफओ) शिवा सुंदरम को भी समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने जवाब में सुप्रीमकार्ट में मामले की सुनवाई और खुद के मुंबई के बाहर होने का हवाला देते हुए मुंबई पुलिस से सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई तक जांच रोकने की बात कही थी। वहीं पुलिस ने मामले में गिरफ्तार आरोपी विशाल भंडारी के पास से एक डायरी बरामद की है जिसमें उन चैनलों के नाम हैं जिन्होंने फर्जी तरीके से टीआरपी हासिल करने के लिए पैसे दिए। डायरी में जांच में फंसे मौजूदा तीन चैनलों के अलावा दूसरे चैनलों के भी नाम हैं। साथ ही डायरी में इस बात की भी जानकारी है कि खास चैनल देखने के लिए किन घरों में भुगतान किया गया।

विज्ञापन देने वाली एजेंसियों से पूछताछ

टीआरपी में फर्जीवाडे की जांच कर रही मुंबई पुलिस उन विज्ञापन एजेंसियों के अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी जो रिपब्लिक को विज्ञापन देतीं थीं। साथ ही उन एजेंसियों के खातों की भी जांच की जाएगी जिससे पता चले कि विज्ञापन के लिए कितने रुपए का भुगतान किया गया। मामले में गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों की भी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस का दावा है कि मामले में गिरफ्तार हंसा के एक पूर्व कर्मचारी के खाते में कुछ महीनों में एक करोड़ से ज्यादा की रकम आई है। बेरोजगारी के बावजूद उस शख्स के खाते में हर एक दो महीने में करीब 20 लाख रुपए आते थे। पुलिस ये सभी कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है।  
 

एक आरोपी के खाते में 11 महीने में आए 1 करोड़ रुपए

इसके अलावा पुलिस ने एक और खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक चार आरोपियों में से एक बोमपेली राव मिस्त्री के बैंक खाते में पिछले साल 2019 के नवंबर से अबतक 20-25 लाख रुपए कर कुल एक करोड़ रुपए भेजे गए हैं। मुंबई पुलिस ने कहा है कि हालांकि अभी ये नहीं पता चल पाया है कि रुपए कहां से और किसने भेजे थे। रविवार को रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी से भी मुंबई पुलिस ने पूछताछ की। मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट ने टीआरपी स्कैम मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनमें हंसा कंपनी के दो कर्मचारी विशाल भंडारी और बोमपेली राव मिस्त्री भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि बोमपेली राव मिस्त्री के आय स्रोतों को देख कर पता चलता है कि वह एक करोड़ रुपए अपनी आय के जरिए नहीं कमा सकते थे। पुलिस ने मिस्त्री के बैंक लॉकर में मिले 8.5 लाख रुपए जब्त कर लिए हैं और उनके बैंक खाते को भी फ्रीज कर दिया है। गौरतलब है कि मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच तीन चैनलों रिपब्लिक टीवी, फख्त मराठी और बॉक्स सिनेमा के खिलाफ टीआरपी घोटाले की जांच कर रही है। आरोप है कि इन चैनलों ने उन लोगों को पैसे देकर अपने चैनल चलवाए जिनके घर टीआरपी मीटर लगा हुआ है। 

भंडारी गूगल पे के जरिए भेजता था पैसे 

मिस्त्री के ऊपर आरोप है कि उसने एक अन्य गिरफ्तार आरोपी विशाल भंडारी को पैसे दिए। पुलिस ने कहा कि बार्क का नियम है कि टीआरपी मीटर किसी कर्मचारी के घर नहीं लगाया जा सकता है। इसके बावजूद भंडारी के घर पर मीटर लगा हुआ था। भंडारी मीटर वाले 83 घरों के लिए भी जिम्मेदार था। पुलिस ने कहा कि इन 83 में से 38 घरों के लोगों का बयान दर्ज करा लिया गया है। इनमें से कुछ ने कहा कि वे एक खास अंग्रेजी न्यूज चैनल नहीं देखना चाहते थे। लेकिन, हर महीने 400 से 500 रुपए मिलने पर वे उस चैनल को देखने लगे। कुछ लोगों ने बताया कि भंडारी ने उन्हें गूगल पे के जरिए पैसे भेजे।    
 

इससे पहले रिपब्लिक टीवी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) शिवम सुंदरम शनिवार को मुंबई पुलिस के सामने पेश नहीं हुए थे। समन के जवाब में उन्होंने मुंबई पुलिस को लिखा कि वे 14-15 अक्टूबर तक ही जांच प्रक्रिया में शामिल हो पाएंगे। उन्होंने मुंबई पुलिस से यह भी कहा था कि वह जब तक सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई नहीं हो जाती मामले की जांच आगे न बढ़ाए।
 

रिपब्लिक के तीन अधिकारियों तो समन

टीआरपी घोटाले में मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक भारत के तीन और अधिकारियों को समन भेजकर रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। रिपब्लिक टीवी के ग्रुप सीईओ विकास खानचंदानी और दो चीफ ऑपरेटिंग ऑफीसर (सीओओ) हर्ष भंडारी और प्रिया मुखर्जी को रविवार को हाजिर रहने को कहा गया था। जिसमें खानचंदानी को सुबह 9 बजे, मुखर्जी को 11 बजे जबकि भंडारी को दोपहर 1 बजे पुलिस के सवालों के जवाब देने के लिए मुख्यालय में बुलाया गया था।

Created On :   11 Oct 2020 1:56 PM IST

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