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ढाई करोड़ का घपला, नपा के तीन अधिकारियों पर होगी विभागीय जांच
डिजिटल डेस्क शहडोल । स्थानीय मोहनराम तालाब के सौंदर्यीकरण के कार्य में की गई भारी आर्थिक अनियमितता पर नपा शहडोल के तत्कालीन सीएमओ सहित तीन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो रही है। कमिश्नर आरबी प्रजापति ने तत्कालीन सीएमओ (वर्तमान में पीओ डूडा सतना) विद्याशंकर चतुर्वेदी, सहायक यंत्री बृजेंद्र कुमार वर्मा और उपयंत्री देव कुमार गुप्ता को विभागीय जांच के संबंध में आरोपी पत्र जारी कर दिया है। इस मामले में दो दिन पहले ही सहायक यंत्री और उपयंत्री को निलंबित भी कर दिया गया है।
कई तरह की अनियमितता की गई
इस पूरे मामले में 2 करोड़ 91 लाख 54 हजार 548 रुपए की आर्थिक अनियमिमता सामने आई है। स्थानीय मोहनराम तालाब एवं मंदिर परिसर में नपा ने सौंदर्यीकरण एवं घाट निर्माण का कार्य कराया था। जन भागीदारी योजना एवं जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से कराए गए कार्यों में कई तरह की अनियमितता की गई थी। तालाब के पास रिटेनिंग बाल के लिए सामग्री पूर्व स्वीकृत दर पर क्रय की गई एवं मजदूरों का मस्टर न बनाकर लेबर कॉन्टै्रक्ट के रूप में भुगतान किया। मध्यप्रदेश लेखा नियम 1971 की धारा 38 का उल्लंखन करते हुए खंडश: तकनीकी स्वीकृति प्राप्त की गई। प्रशासकीय स्वीकृति की शर्त क्रमांक 8 का उल्लंघन करते हुए कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग से मूल्यांकन नहीं कराया गया।
चार बार किया अधिक भुगतान
सामग्री का गुणवत्ता परीक्षण किए बिना ही एक बार 14 लाख 53102 रुपए का भुगतान किया गया, जो प्रदाय आदेश से 586132 रुपए अधिक था। इसी तरह 15 लाख 86 हजार 78 रुपए का भुगतान किया गया, जो प्रदाय आदेश से 3 लाख 89 हजार 11 रुपए अधिक था। बिना सामग्री गुणवत्ता परीक्षण के सीधे कोटेशन लेकर फिर 8 लाख 11 हजार 451 रुपए का भुगतान कर दिया गया। एक बार फिर सामग्री गुणवत्ता परीक्षण के बिना ही 19 लाख 87 हजार 345 रुपए का भुगतान किया गया, जो जारी आदेश से 6 लाख 5 हजार 493 रुपए अधिक है। इस तरह पूरे निर्माण कार्य में 2 करोड़ 91 लाख की आर्थिक अनियमिमता सामने आई है।
Created On :   27 Sept 2019 2:32 PM IST