नदी में तैरने गए दो बालकों की डूबने से मौत, जाम नदी में हुआ हादसा, युवाओं ने निकाले शव

Two boys gone for the swimming died due to drowning in deep water
नदी में तैरने गए दो बालकों की डूबने से मौत, जाम नदी में हुआ हादसा, युवाओं ने निकाले शव
नदी में तैरने गए दो बालकों की डूबने से मौत, जाम नदी में हुआ हादसा, युवाओं ने निकाले शव

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। घनपेठ बायपास के पास जाम नदी के डोह में बुधवार दोपहर तैरने गए दो बालक पानी की गहराई में डूब गए। वहीं दो बालक डूबते-डूबते बचे। शंकर नगर और रानी दुर्गावती वार्ड के नौ दोस्त जाम नदी में तैराकी करने गए थे। इनमें से दो बालक नदी के गहरे हिस्से में चले गए। जिसकी वजह से वह पानी में डूब गए। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद घनपेठ क्षेत्र के युवाओं ने शव को बाहर निकाला।

पुलिस ने बताया कि शंकर नगर के 15 वर्षीय अखलेश पिता मोहन नागदवने और रानी दुर्गावती वार्ड निवासी गोल्डी उर्फ  योगित पिता राजेश मोटघरे (18) अपने दोस्त तेजस, चिंटू, जैली, सचिन, अरविंद, नमन समेत अन्य दोस्तों के साथ जाम नदी पर नहाने गए थे। इस दौरान घनपेठ बायपास के समीप डोह में छलांग लगाने के बाद तैरते हुए अखलेश और गोल्डी गहरे पानी की ओर चले गए। गहराई अधिक होने की वजह से दोनों बालक पानी में डूब गए। घटना की जानकारी मिलते ही डायल-100 का स्टॉफ मौके पर पहुंच गया था। शव को डोह से बाहर निकालकर अस्पताल लाया गया। यहां पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपे गए। परिजनों ने अखलेश को पैतृक गांव देवी सौंसर ले जाकर अंतिम संस्कार कराया।

मदद के लिए आवाज लगाते रहे दोस्त
दोनों बालकों को डोह की गहराई में डूबता देख साथी दोस्तों ने मदद के लिए लोगों को आवाज लगाई, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिल पाई। टीआई गोपाल घसले ने बताया कि बच्चों को समय पर मदद मिल जाती तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी। नदी से शव बाहर निकालने भी कोई तैयार नहीं हो रहा था। टीआई गोपाल घसले स्वयं ही शव निकालने डोम में उतरने लगे तब घनपेठ क्षेत्र के युवा तैयार हुए। शेख मुश्ताक, ईसा शाह, मुश्ताक, भूरू ग्रीसवाले, सोनम खान, मो.रिजवान, नौशाद खान ने डोह में उतरकर अखलेश और गोल्डी का शव बाहर निकाला।

9वीं में था अखलेश, गोल्डी था ईवेंट वर्कर
अखलेश के पिता मोहन नागदवने ने बताया कि इसी साल उन्होंने अखलेश का एडमिशन सरस्वती शिशु मंदिर के कक्षा नवमीं में कराया था। परिवार के सदस्य अक्सर उसे नदी पर जाने से मना करते थे। गोल्डी उर्फ  योगित ईवेंट में काम करता था। दोनों बालकों की असमायिक मौत से शंकर नगर, संतोषी माता वार्ड और रानी दुर्गावती वार्ड में शोक की लहर दौड़ गई।

 

Created On :   23 Aug 2018 8:27 AM GMT

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