शहडोल संभाग में दो और बच्चों की मौत - बुढ़ार बीएमओ को हटाया, नौ आशा कार्यकर्ताओं को नोटिस

Two more children died in Shahdol division - old age BMO removed, notice to nine ASHA workers
शहडोल संभाग में दो और बच्चों की मौत - बुढ़ार बीएमओ को हटाया, नौ आशा कार्यकर्ताओं को नोटिस
शहडोल संभाग में दो और बच्चों की मौत - बुढ़ार बीएमओ को हटाया, नौ आशा कार्यकर्ताओं को नोटिस

डिजिटल डेस्क शहडोल/अनूपपुर । दो अलग-अलग मामलों में शहडोल संभाग में दो बच्चों की और मौत हो गई। शहडोल जिला अस्पताल से रेफर डेढ़ महीने के एक और शिशु की रविवार को जबलपुर में मौत हो गई। बच्चे का नाम संतोषी बताया गया है, वह बुढ़ार निवासी बब्बू बैगा का पुत्र है। वहीं, अनूपपुर जिले के चचाई थाना क्षेत्र स्थित उप-स्वास्थ्य केन्द्र मेडियारास में मेडियारास निवासी अजय चौधरी के 4 माह के शिशु की मौत हो गई। टीकाकरण में लापरवाही का आरोप लगाया गया है। 
वहीं शहडोल जिला चिकित्सालय में बच्चों की मौत के मामले अब तक हुई पड़ताल में मैदानी अमले की लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है। इस कड़ी में जिले की 9 आशा कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है। कुछ अन्य कर्मचारी भी कार्रवाई की जद में हैं। इधर, बुढ़ार में शनिवार को प्रसूता के इलाज में लापरवाही तथा समय पर वाहन उपलब्ध नहीं कराने के आरोप में बुढ़ार बीएमओ डॉ. सचिन कारखुर को हटा दिया गया है। इसके साथ ही बुढ़ार अस्पताल की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शैली जैन सहित स्टॉफ को नोटिस जारी किया गया है। संभागायुक्त नरेश पाल ने रविवार को मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने कहा है कि स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाड़ी केन्द्रों में चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति होनी चाहिए। चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी, पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने कार्य स्थल में उपस्थिति का सेल्फी लेकर प्रतिदिन वॉट्सएप करेंगे। जिसकी जिला स्तर पर प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं तथा स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति का सत्यापन कोटवारों से कराया जाए। 
इन पर हुई कार्रवाई 
 लापरवाही पर जहां बुढ़ार बीएमओ डॉ. सचिन कारखुर को हटाया गया है वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. शैली जैन, स्टाफ नर्स विद्या द्विवेदी, सुषमा सिंह, अरुण लता गजभिए, एएनएम गुनवरिया मरावी और पूजा साहू को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। सीएमएचओ डॉ. राजेश पांडेय की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि प्रसूता रेहतुन्निशा की जांच चिकित्सा अधिकारी के द्वारा किया जाना था, लेेकिन नर्स द्वारा किया गया। प्रसूता को प्रसव के लिए जिला चिकित्सालय के रेफर कर दिया गया। यह घोर लापरवाही है। सभी से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। 
 इन्हें भी जारी किया गया नोटिस 
 सीएमएचओ डॉ. राजेश पांडेय ने रविवार को जिन आशा कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया, उनमें जयसिंहनगर ब्लॉक के नगनौड़ी, आमडीह, गोरीघाट, करकी, उफरी। गोहपारू ब्लॉक के कनवाही और बुढ़ार ब्लॉक के चंगेरा की आशा कार्यकर्ता शामिल हैं। बीएमओ की ओर से आशा कार्यकर्ताओं के कार्य में लापरवाही बरते जाने, मुख्यालय में नहीं रहने की शिकायत मिलने के बाद नोटिस जारी किए गए हैं। 
डॉ. वर्मा होंगे बीएमओ बुढ़ार
 बुढ़ार बीएमओ डॉ. सचिन कारखुर को हटाते हुए चिकित्सा अधिकारी बुढ़ार डॉ. आरके वर्मा को बीएमओ का समस्त वित्तीय एवं प्रशासनिक प्रभार सौंपा गया है। डॉ. कारखुर धनपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर चिकित्सा अधिकारी कार्य करेंगे। सीएमओ ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। गौरतलब है कि शनिवार को सीएचसी बुढ़ार से प्रसूता को यह कहते हुए रेफर कर दिया गया था कि बच्चा उल्टा है। मरीज को किसी तरह का वाहन भी उपलब्ध नहीं कराया गया न ही एंबुलेंस मिली। ऑटो में शहडोल ले जाते समय महिला को रास्ते में ही लेबर पेन हुआ और बच्चा फंस गया। जिला चिकित्सालय पहुंचने पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया था। महिला का इलाज अभी भी जिला चिकित्सालय में चल रहा है।

Created On :   7 Dec 2020 1:33 PM IST

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