उद्धव का ‌BJP-MNS को जवाब, हिंदू नहीं कोरोना विरोधी है हमारी सरकार

Uddhavs answer to BJP-MNS, our government is anti - Corona not Hindu
उद्धव का ‌BJP-MNS को जवाब, हिंदू नहीं कोरोना विरोधी है हमारी सरकार
एक तीर से दो शिकार उद्धव का ‌BJP-MNS को जवाब, हिंदू नहीं कोरोना विरोधी है हमारी सरकार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दही हंडी के आयोजन की अनुमति न दिए जाने को लेकर महाविकास आघाड़ी सरकार को हिंदू विरोधी करार देने वाली भाजपा और मनसे पर नाम बिना बैगर हमला बोला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हिंदू विरोधी नहीं बल्कि कोरोना के विरोधी हैं।मंगलवार को मुख्यमंत्री ने ठाणे के शिवसेना प्रताप सरनाईक के फाऊंडेशन के ऑक्सीजन प्लांट का ऑनलाइन लोकार्पण किया। सरनाईक ने इस साल दही हंडी का आयोजन रद्द करके अपनी निजी संस्था और एक ट्रस्ट के सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को दही हंडी और गणेश उत्सव के त्योहार पर सतर्कता बरतने के लिए पत्र भेजा है। फिर बताए कि कौन सी सरकार कौन से त्योहार के खिलाफ है? मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी धर्म के त्योहार के विरोध में नहीं है बल्कि कोरोना के विरुद्ध है। कोरोना को मुफ्त में बांटना कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है, जिसका विरोध किया जा रहा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि कोविड के नियमों का पालन नहीं किया तो कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के नियमों का उल्लंघन करके दही हंडी उत्सव मनाना कोई स्वतंत्रता का युद्ध जीतना नहीं है। यदि आजादी के लिए लड़ाई लड़े होते तो बात अलग थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्हें आंदोलन करना है वे कोरोना के विरुद्ध आंदोलन करें। कोरोना के विरुद्ध आंदोलन के जरिए ऑक्सीजन परियोजना लगाएं और एम्बुलेंस उपलब्ध कराएं। लेकिन यह करने की हिम्मत और क्षमता नहीं है और न ही इतनी समझदारी है। केवल सड़क पर उतकर हंगामा करना है। अनुशासन का पालन करने वाले नागरिकों की भी जान खतरे में डालना है। ऐसे गैर जिम्मेदार बर्ताव करने वाले लोगों के बारे में मुझे ज्यादा कुछ नहीं कहना है। 

चिल्ला कर ‘आशीर्वाद’ मांगने से नहीं मिलता

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की तीसरी संभावित लहर का खतरा होते हुए भी जन आशीर्वाद यात्रा निकाली गई। लोगों की जान जोखिम में डालकर आशीर्वाद लेने के लिए यात्रा निकाली गई है। पर  केवल चिल्लाकर आशीर्वाद मांगने से आशीर्वाद नहीं मिलता है। आशीर्वाद पाने के लिए जनहित के काम करने पड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे ने 80 प्रतिशत समाजसेवा और 20 प्रतिशत राजनीति करने की बात सिखाई थी। लेकिन दुर्भाग्य से देश में कुछ लोग 100 प्रतिशत राजनीति कर रहे हैं। उन्हें जनता की जान की कोई परवाह नहीं है। 

दही हंडी मनाने वालों पर कुछ नहीं कहना

भाजपा और मनसे की ओर से दही हंडी मनाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है। राज्य के समझदार नागरिकों को कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। ये लोग अपनी जिम्मेदारी के अनुसार बर्ताव कर रहे हैं। 
 

Created On :   31 Aug 2021 7:07 PM IST

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