यूनिवर्सिटी को नए सिरे से करना है मूल्यांकन : एसएसआर तैयार नहीं, नैक का अता-पता नहीं

University has to be evaluated afresh: SSR not ready
यूनिवर्सिटी को नए सिरे से करना है मूल्यांकन : एसएसआर तैयार नहीं, नैक का अता-पता नहीं
यूनिवर्सिटी को नए सिरे से करना है मूल्यांकन : एसएसआर तैयार नहीं, नैक का अता-पता नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय को नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रेडेशन काउंसिल (नैक) द्वारा दिया गया ‘अ’ दर्जा इस दिसंबर को समाप्त हो रहा है। यूनिवर्सिटी  को नए सिरे से नैक से मूल्यांकन कराना है, लेकिन अब तक यूनिवर्सिटी की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) तैयार नहीं हुई है। जब तक नैक को एसएसआर रिपोर्ट नहीं भेजी जाती, नैक की टीम निरीक्षण करने नहीं आती है।

दरअसल, यह रिपोर्ट काफी पहले नैक को चली जानी चाहिए थी, लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से रिपोर्ट तैयार करने में काफी समय खर्च हो गया। अंतत: यूनिवर्सिटी ने 10 दिसंबर तक हर हाल में रिपोर्ट तैयार करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन 10 दिसंबर बीत जाने के बाद भी यह रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है। अब यूनिवर्सिटी दर्जा समाप्त होने के बाद जो तीन महीने का अतिरिक्त समय मिलता है, उसमें नैक मूल्यांकन की उम्मीद रख रहा है। 

एसएसआर में इसलिए हो रही देरी 
एसएसआर रिपोर्ट तैयार करने में देरी की मुख्य वजह है नागपुर यूनिवर्सिटी के विविध विभागों ने बीते दिनों जो आईक्यूएसी सेल को रिपोर्ट भेजी, उसमें कई खामियां हैं। दरअसल आईक्यूएसी सेल यूनिवर्सिटी के हर शैक्षणिक विभाग से प्रत्येक तीन माह में रिपोर्ट मंगाता है। कुल विद्यार्थी, दिव्यांग विद्यार्थी, छात्रवृत्ति के लाभार्थी, उपस्थिति, कार्यक्रम, कान्फ्रेंस और विविध जानकारियां देनी होती है। कई विभागों की रिपोर्ट में खामियां निकल कर आई हैं। पहले तीन महीने की रिपोर्ट में बताई गई विद्यार्थी संख्या और अगले तीन महीनों की रिपोर्ट में बताई गई विद्यार्थी संख्या में अंतर निकल कर आ रहा है। ऐसे में कई विभागों की रिपोर्ट बार-बार लौटाई जा रही है।

रिपोर्ट के डेटा को पुख्ता करने के लिए नागपुर यूनिवर्सिटी का आईक्यूएसी सेल एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है। वहीं एसएसआर रिपोर्ट में देरी का मुख्य कारण यह भी है कि, नैक ने विवि से सारी जानकारी सबूतों के साथ मांगी है। यदि किसी कान्फ्रेंस की जानकारी दी गई है, तो जियो टैगिंग के साथ उसकी तस्वीर जमा करानी होती है। विद्यार्थियों की प्लेसमेंट रिपोर्ट देनी हो तो विद्यार्थी किस कंपनी में नौकरी कर रहा है, उस कंपनी की विस्तृत जानकारी भी देनी होती है। इतनी विस्तृत जानकारी देने में विभाग प्रमुखों के पसीने छूट रहे हैं। कई विभाग प्रमुख इस पर आईक्यूएसी सेल को सहयोग करते नजर नहीं आ रहे हैं। इन तमाम मुद्दों के कारण एसएसआर रिपोर्ट तैयार करने में देरी हो रही है। 

Created On :   13 Dec 2019 1:51 PM IST

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