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दिव्यांगों का मनपा में हंगामा, मिट्टी तेल डाल किया आत्मदाह का प्रयास
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में रोजगार के लिए स्टॉल उपलब्ध कराने की मांग को लेकर दिव्यांगों ने मनपा मुख्यालय में जमकर हंगामा किया। सुबह से शाम मनपा में यही स्थिति बनी रही। मामला इतना बढ़ा कि दो दिव्यांगों ने खुद पर मिट्टी तेल डाल कर आत्मदाह का प्रयास भी किया। संयोग अच्छा था। पुलिस ने फौरन दोनों दिव्यांगों को अलग कर दिया। दोनों को शाम तक पुलिस संरक्षण में रखा गया। हालात को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी। फिलहाल एक स्थानीय अधिकारी ने जल्द इस संबंध में बैठक बुलाने का आश्वासन देकर उन्हें शांत करने का प्रयास किया।
कार्रवाई से भड़के थे दिव्यांग
इससे पहले रविवार को मनपा प्रवर्तन विभाग ने गांधीबाग सोख्ता भवन के सामने से दिव्यांग योगेश कुंभारे का पानठेल और उसका सामान जब्ती की कार्रवाई की थी। इस दौरान वहां खूब हंगामा मचा। इसके बाद सोमवार को मनपा मुख्यालय शुरू होते ही सुबह 9.30 बजे विदर्भ विकलांग संघर्ष समिति के नेतृत्व में करीब 40-50 दिव्यांग परिसर में जमा हो गए। प्रवेश द्वार के सामने अपनी ट्राइसाइकिल खड़ी कर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। लगातार उनका हंगामा चलता रहा। दोपहर 12 बजे के बाद यह हंगामा और अधिक तीव्र हो गया। पुलिस ने उन्हें प्रवेश द्वार के सामने से हटाने की कोशिश की तो दिव्यांग भी आक्रामक हो गए। पुलिस को ही खरी-खोटी सुना दी। इस दौरान दिव्यांग आशीष आमधरे व योगेश कुंभारे ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। इससे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस को भी अतिरिक्त बल बुलाकर स्थिति को नियंत्रित करना पड़ा।
मनपा वादा पूरा करे, हमें रोजगार के लिए स्टॉल दे
विदर्भ विकलांग संघर्ष समिति के पदाधिकारी दादा मिरे ने बताया कि महापौर संदीप जोशी जब स्थायी समिति सभापति थे, उन्होंने दिव्यांगों को रोजगार के लिए स्टॉल देने का आश्वासन दिया था। यह आश्वासन आज तक पूरा नहीं हुआ। इसलिए दिव्यांग फुटपाथ या सरकारी जमीनों पर छोटे-छोटे स्टॉल लगाकर रोजगार कर रहे हैं। लेकिन मनपा उन्हें रोजगार भी नहीं करने दे रही है। दादा मिरे ने दावा किया कि सोमवार 24 फरवरी को सुबह 9.30 बजे महापौर संदीप जोशी ने बैठक बुलायी थी। हमें आमंत्रित किया गया था। यहां पहुंचने पर ऐन समय पर हमें बताया गया कि बैठक रद्द हो गई। लेकिन कोई अधिकारी सामने नहीं आया। हमारी मांगों पर कोई बात करने को तैयार नहीं है। इसलिए हम यहां रुके थे। शाम तक हमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। हम चाहते है कि हमें रोजगार के लिए स्टॉल दे या फिर जहां रोजगार कर रहे हैं, करने दे। दिव्यांगों के नाम पर जिन्होंने ठगा उनके खिलाफ कार्रवाई करे। लेकिन वैध दिव्यागों को रोजगार के लिए स्टॉल दे। उसके लिए वेरिफिकेशन किया जाए। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष गिरधर भजभुजे, मनोज राऊल, उज्ज्वला खराबे, ऊषा लांबट, आरिफ खान आिद उपस्थित थे।
Created On :   25 Feb 2020 11:41 AM IST