मजदूर की मौत पर हंगामा, शव रखकर प्रदर्शन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर जताया आक्रोश, एसआई लाइन अटैच  

Uproar over the death of the laborer, protesters holding the dead body expressed anger
मजदूर की मौत पर हंगामा, शव रखकर प्रदर्शन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर जताया आक्रोश, एसआई लाइन अटैच  
मजदूर की मौत पर हंगामा, शव रखकर प्रदर्शन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर जताया आक्रोश, एसआई लाइन अटैच  

डिजिटल डेस्क जबलपुर ।  करीब तीन माह पूर्व पुताई के दौरान ऊँचाई से गिरकर घायल हुए 42 वर्षीय मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई। मजदूर की मौत के बाद परिजनों व क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर आक्रोश जताते हुए मंगलवार की दोपहर  कांचघर चौक पर शव रखकर प्रदर्शन किया। हंगामा होने की सूचना पर पहुँचे एएसपी रोहित काशवानी ने प्रदर्शनकारियों से बात की और तत्काल एसआई को लाइन अटैच कर निष्पक्ष जाँच का भरोसा दिलाया जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। पुलिस के अनुसार घमापुर चुंगी चौकी निवासी श्रीमती रश्मि कोल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसका पति सुनील कोल पुताई का काम करता है। फरवरी माह में वह क्षेत्र में रहने वाले लवी बुक डिपो के संचालक संजय शर्मा के घर पुताई का काम करने गया था। वहाँ पर कार्य के दौरान वह गिरकर घायल हो गया था और उसे इलाज के लिए मेडिकल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान मंगलवार  सुबह उसकी मौत हो गई। उक्त रिपोर्ट पर घमापुर थाने में भवन स्वामी  संजय शर्मा के खिलाफ धारा 337 के तहत मामला दर्ज किया था। इलाज के दौरान मजदूर की मौत होने की सूचना पर मर्ग कायम किया गया था।
परिजनों ने लगाए आरोप 
 मजदूर सुनील कोल के शव को कांचघर चौक पर रखकर प्रदर्शन किए जाने के दौरान प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुताई कार्य के दौरान संजय शर्मा का अपने भाई अजय शर्मा से कुछ विवाद हुआ था, सुनील ने बीच बचाव किया तो संजय ने उसे लात मार दी थी जिससे वह नीचे गिरकर घायल हो गया था। 
परिजनों को मिली आर्थिक मदद - प्रदर्शनकारियों का कहना था कि मृतक के परिवार के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने परिवार को आर्थिक सहायता दिलाए जाने की माँग की। प्रदर्शनकारियों की माँग पर तत्काल 5 हजार नकद व 20 हजार की राहत राशि का चैक प्रदान किया गया है। 
  एसआई को हटाए जाने पर शांत हुआ गुस्सा 
 मजदूर की मौत को लेकर भाजपा मंडल अध्यक्ष एड. योगेश लोखंडे, क्रांति चौधरी, जीवन दुबे, रमेश प्रजापति, भरत मंगलानी के साथ क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर आक्रोश जताया। आक्रोश बढ़ता देख पुलिस अधिकारियों ने तत्काल मोर्चा संभाला और एसआई अंकित रावत को लाइन अटैच कर प्रकरण में निष्पक्ष जाँच के आदेश दिए।
 

Created On :   19 May 2021 2:28 PM IST

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