सार्वजनिक हित में हो सूचना के अधिकार का उपयोग

Use of Right to Information in public interest
सार्वजनिक हित में हो सूचना के अधिकार का उपयोग
पत्रवार्ता में केंद्र सरकार में सूचना आयुक्त उदय माहुरकर ने दी जानकारी सार्वजनिक हित में हो सूचना के अधिकार का उपयोग


डिजिटल डेस्क जबलपुर। उनके कार्यकाल में सबसे अधिक करीब 5 हजार सूचना के अधिकार से जुड़े मामलों का निपटारा किया गया है। यह कार्य पूरी टीम द्वारा किया गया। लोग सूचना के अधिकार कानून के तहत सबसे ज्यादा आवेदन निजी हित के हैं। जबकि कानून इसलिए बनाया गया था कि लोग जागरूक होकर इसका उपयोग सार्वजनिक हित के मामलों को उजागर करें। यह बात गुरुवार को नगर प्रवास पर पहुँचे केंद्र सरकार में सूचना आयुक्त उदय माहुरकर ने गुरुवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने लोगों को इस कानून के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता बताई, साथ ही कहा कि गुजरात में आरटीआई का प्रशिक्षण देने का काम कुछ संस्थाएँ करती हैं जो 6 लोगों को 6 माह में पूरी ट्रेनिंग दे देती हैं। वे यहाँ अपनी पुस्तक वीर सावरकर पर व्याख्यान देने जबलपुर आए। प्रेसवार्ता में पाटन विधायक अजय विश्नोई, नितिन भाटिया आदि मौजूद रहे।
वीर सावरकर के राष्ट्रवाद में सबको समान अधिकार -
श्री माहुरकर ने कहा कि वीर सावरकर राष्ट्रवाद की विचारधारा को मानते थे। उनके राष्ट्रवाद में सभी धर्मों, जाति के लोगों को समान रूप से अधिकार है। आजादी के बाद उनको कांग्रेस से पार्टी में शामिल होने के लिए बुलावा भी आया था लेकिन कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति के चलते इसमें वे शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ने 1952 में ही चीन से सावधान रहने की बात कही थी। उनके मुताबिक सावरकर कहते थे कि दो देश स्थाई रूप से न दोस्त रह सकते हैं, न ही दुश्मन। इसीलिए हमें देश के युवाओं को सैन्य बल का प्रशिक्षण देना होगा। उन्होंने कहा था कि बिना सैन्य क्षमता बढ़ाए भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता।
मुख्यधारा से जुड़ रहे मुस्लिम -
श्री माहुरकर ने कहा कि कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद मुसलमान अब देश से जुड़े हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने भी वीर सावरकर को सम्मान दिया था। 1963 की गणतंत्र दिवस की परेड में पूर्व प्रधानमंत्री पं. नेहरू ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को आमंत्रित किया था क्योंकि 1962 के युद्ध में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की भूमिका देखकर नेहरू प्रभावित हुए थे। उन्होंने कहा कि पं. नेहरू एक दो साल और रहते तो वीर सावरकर के विचारों को मान्यता दे देते।
मोदी श्रेष्ठ प्रशासक-
श्री माहुरकर ने बताया कि वे 2014 में नागपुर संघ मुख्यालय में डॉ. मोहन भागवत का साक्षात्कार लेने गए थे। जहाँ डॉ. भागवत ने साक्षात्कार में तात्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक का श्रेष्ठ प्रशासक बताया था। माहुरकर ने कहा कि उनकी इस बात का मेरे द्वारा भी समर्थन किया गया था।
ऊर्जा क्षेत्र पर खास नजर की जरूरत-
सूचना आयुक्त ने कहा कि व्यापक जनहित में सूचना के अधिकार कानून का उपयोग होना आवश्यक है। इसमें ऊर्जा क्षेत्र पर खास नजर होनी चाहिए। यहाँ बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार है इसका खामियाजा बिजली की प्रति यूनिट पर होता है, जो हर वर्ग को प्रभावित करता है।
वीर सावरकर व्याख्यान मानस भवन में आज -
वीर सावरकर विचार मंच के संयोजन में मानस भवन सभागार में शुक्रवार को शाम 5.45 बजे से वीर सावरकर व्याख्यान का आयोजन किया गया है। इसमें भारत सरकार के सूचना आयुक्त उदय माहुरकर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में उद््बोधन देंगे। अध्यक्षता वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ एवं समाजसेवी महाकौशल प्रांत संघ चालक डॉ. प्रदीप दुबे करेंगे। विशिष्ट अतिथि साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी एवं डॉ. पवन स्थापक होंगे। कार्यक्रम में विधायक अजय विश्नोई उपस्थित रहेंगे। लोगों से उपस्थिति की अपील वीर सावरकर विचार मंच ने की है।

Created On :   14 April 2022 11:25 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story