उत्तराखंड बस हादसा: परिजनों को सौंपे गए २५ तीर्थ यात्रियों के शव

Uttarakhand Bus Accident: Bodies of 25 pilgrims handed over to relatives
उत्तराखंड बस हादसा: परिजनों को सौंपे गए २५ तीर्थ यात्रियों के शव
पन्ना उत्तराखंड बस हादसा: परिजनों को सौंपे गए २५ तीर्थ यात्रियों के शव

डिजिटस डेस्क, पन्ना ।छतरपुर के जिले के २५ तीर्थ यात्रियों के शव सेामवार की शाम वायुसेना के के विशेष विमान से पहले खजुराहो लाए गए और फिर एम्बुलेंस से उन्हें परिजनों के घरों तक पहुंचाया गया। कलेक्टर संदीप जीआर ने बताया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर खजुराहो के इंटरनेशल एयरपोर्ट पर २५ एम्बुलेंस लगाई गई थीं। पन्ना जिला प्रशासन की मदद से  हर शव अलग-अलग एम्बुलेंस से गंतव्य तक पहुंचाए गए। इससे पहले पन्ना के एसडीएम सत्यनारायण दर्रो उत्तराखंड से शवों को लेकर तकरीबन पौने ७ बजे खजुराहो पहुंचे। सांसद वीडी शर्मा और खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह इसे पहले ही विशेष चार्टर्ड प्लेन से खजुराहो पहुंच चुके थे। सांसद वीडी शर्मा ने बताया कि हादसे की असली वजह ड्राइवर हीरा सिंह के स्वस्थ्य होने पर ही सामने आ सकेगी। 
सीएम के आग्रह पर विशेष विमान :---
उल्लेखनीय है ,हादसे की खबर पर ५ जून को देर रात देहरादून  पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से शवों को खजुराहो तक ले जाने के लिए वायुयान उपलब्ध कराने का आग्रह किया था। सोमवार को सीएम ने खनिज  एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ घटना स्थल का भी निरीक्षण किया।  
मृतकों में २४ तीर्थ यात्री पन्ना के :---
मृतक तीर्थ यात्रियों में २४ पन्ना जिले के ९ अलग-अलग गांवों के रहने वाले हैं। जबकि  एक मृतिका जनक सिंह पत्नी स्व. मानसिंह सोलंकी (६५) छतरपुर जिले के बिजावर की रहने वाली थीं। वह अपने भाई राजाराम सिंह और भाभी गीता सिंह निवासी निवासी सांटा बुद्ध सिंह जिला पन्ना के साथ 21 मई को चार धाम की यात्रा के लिए पन्ना से बस से रवाना हुईं थीं। 
सुरक्षित हैं शव, अंतिम संस्कार आज :--
उत्तराखंड से खजुराहो-पन्ना और फिर शवों को परिजनों तक पहुंचाने के पूर्व सूर्यास्त हो जाने के कारण अंतिम संस्कार ७ जून को किए जाएंगे। पन्ना के कलेक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि परिस्थितियों को देखते हुए शवों को पहले से ही विशेष विधि से सुरक्षित किया गया है। विशेषज्ञों ने बताया कि ऐसी स्थित में शव   एम्बॉल्मिंग प्रॉसेस से सुरक्षित किए जाते हैं। इस प्रक्रिया में शव को डिकम्पोज से बचाने के लिए प्राय: फार्मेलिन लिक्विड का उपयोग किया जाता है।

Created On :   7 Jun 2022 5:04 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story